नई दिल्ली. सेना प्रमुख बनने के बाद से जनरल बिपिन रावत को सोशल मीडिया में जवानों की ओर से शेयर किए जा रहे वीडियो से जूझना पड़ रहा है. अपनी प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने जवानों से कहा है कि वह शिकायत के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल न करें.
जनरल रावत ने कहा कि सेना के हर ऑफिस में शिकायत और सुझाव के लिए बॉक्स लगा है, जवानों को इसका इस्तेमाल करना चाहिए.
सेना प्रमुख ने यहां तक कह दिया कि कोई भी जवान उनसे सीधे मिलकर अपनी समस्या बता सकता है उसका नाम किसी को नहीं बताया जाएगा. उन्होंने जवानों को संदेश देते हुए कहा कि सोशल मीडिया दोतरफा हथियार की तरह है इसका नुकसान भी.
इस मौके पर उन्होंने पाकिस्तान की ओर से चलाए छद्म युद्ध का भी जिक्र करते हुए कहा कि इससे हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को बड़ा खतरा है जिसका हमें पुरजोर जवाब देना है.
आपको बता दें कि हाल ही में सीमा पर तैनात तेज बहादुर नाम के एक जवान ने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें वह दावा कर रहे थे कि उनके जैसे जवानों को ठीक से खाना नहीं दिया जा रहा है. अधिकारी उनके हिस्से का खाना तक बेच डालते हैं.
इस वीडियो के अपलोड होते ही कई लाख लोगों ने देखा और पूरे देश में गुस्से का माहौल बनने लगा. इसके बाद यह मीडिया में भी सुर्खिया बन गया.
मामला बढ़ता देख गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तुरंत ही गृह सचिव से रिपोर्ट मांगी और बीएसएफ की ओर से हर जवान को मिलने वाली डाइट का ब्यौरा भी सार्वजनिक किया गया. इतना ही नहीं प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी इस मामले की रिपोर्ट मांगी है.