नई दिल्ली : सोशल मीडिया में
बीएसएफ जवान तेज बहादुर की ओर से खराब खाने की शिकायत करने वाले
वीडियो के वायरल हो जाने के बाद से ही यह मामला लगातार खबरों में है. अब यह मामला
दिल्ली हाई कोर्ट तक पहुंच गया है.
हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका लगाकर जवानों को मिलने वाले खाने की जांच की मांग की गई है और साथ ही एक ऐसी समिति बनाने की भी मांग की गई है जो लगातार बॉर्डर पर तैनात जवानों को मिलने वाले खाने पर नजर रखे.
इस मामले को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने 16 जनवरी की तारीख सुनवाई के लिए निर्धारित की है. याचिका एक पूर्व केंद्रीय सरकारी कर्मचारी पूरन चंद आर्य ने दाखिल की है.
बता दें कि
तेज बहादुर की ओर से खराब खाने की शिकायत को लेकर पोस्ट किए गए वीडियो के बाद से ही सरकार और बीएसएफ हरकत में आ गई है. जहां गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने तुरंत ही जांच के आदेश दे दिए तो बीएसएफ ने भी आज सैनिकों को मिलने वाले खाने का ब्यौरा सार्वजनिक किया है.
तेज बहादुर का आरोप था कि सैनिक जान हथेली पर लेकर देश की रक्षा करते हैं लेकिन उनको हल्दी और नमक वाली दाल और जली रोटियां दी जाती हैं, उन्होंने कहा कि कई बार सैनिकों को भूखे पेट सोना पड़ता है.