नई दिल्ली : वैसे तो खादी को राष्ट्रपिता
महात्मा गांधी ने ही अलग पहचान दिलाई थी, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि
खादी को नई पहचान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से मिल रही है, क्योंकि खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर में महात्मा गांधी की बजाए
पीएम मोदी की तस्वीर छापी गई है.
जी हां, खादी ग्रामोद्योग की तरफ से जारी किए जाने वाले सालाना
कैलेंडर में हर बार तो गांधी जी की तस्वीर छपती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है. कैलेंडर में से गांधी जी गायब हैं और उनकी जगह पीएम मोदी की तस्वीर लगाई गई है. महात्मा गांधी की जगह कैलेंडर में छपी तस्वीर में पीएम मोदी चरखा चलाते हुए दिखाई दे रहे हैं.
‘मोदी खादी के सबसे बड़े ब्रैंड एंबेसडर’
इस मामले में आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना का कहना है कि पीएम मोदी खादी के सबसे बड़े
ब्रैंड एंबेसडर हैं और वह भी लंबे समय से खादी पहनते आ रहे हैं, उन्होंने देश ही नहीं विदेशों से भी लोगों को खादी पहनने के लिए आकर्षित किया है.
महात्मा गांधी की तस्वीर गायब होने के सवाल पर सक्सेना का कहना है कि उनकी फोटो न लगाने का मतलब यह नहीं है कि गांधी जी को नजरअंदाज किया जा रहा है, बल्कि गांधी जी खादी ग्रामोद्योग की आत्मा हैं, पूरा उद्योग उन्हीं के विचारों और आदर्शों पर आधारित है.