नाबालिग कंडक्टर के बस गलत तरीके से ओवरटेक करने के कारण सवाई माधोपुर में पुल से बनास नदी में गिरी बस में कई लोगों की मौत हो गई है वहीं कई लोगों के घायल होने की खबर है. जानकारी के मुताबिक बस सवाई माधोपुर से लालसोट जा रही थी
जयपुरः शनिवार को राजस्थान के सवाईमाधोपुर में बनास नदी के पुल से गिरी बस हादसे में बड़ी लापरवाही सामने आई है. इस हादसे में गंभीर रूप से बचे यात्रियों ने बताया कि बस एक नाबालिग कंडक्टर चला रहा था. उन्होंने बताया कि ड्राइवर बस में मौजूद था लेकिन वह 16 साल के नाबालिग को बस चलाना सिखा रहा था. जिस वजह से यह बस दुर्घटना हुई. नाबालिग के बस चलाने के दौरान जब बनास पुल से बस निकली तब उसने गलत तरीके से ओवरटेक कर दिया जिस कारण बस बेकाबू होकर सौ फिट से अधिक ऊंचाई से नदी में जा गिरी. बस में करीब 30-40 यात्री सवार थे जिसमें 33 लोगों की मौत हो गई है वहीं छह अन्य घायल हो गए हैं. मृतकों में बस चालक भी शामिल है.
हालांकि स्थानीय बस चालकों ने इस बात से साफ इंकार किया है कि हादसे का शिकार हुई बस का कंडक्टर का नाबालिग नहीं था. बता दें कि यह हादसा सवाई माधोपुर से 25 किमी दूर सूरवाल थाना क्षेत्र में हुआ था. बस सवाई माधोपुर से लालसोट जा रही थी. जहां गलत ओवरटेक के कारण बस नदी में जा गिरी थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पुलिस ने बताया कि बस में सवार अधिकतर यात्री मलाराणा चौड़ गांव में बने एक आश्रम में जा रहे थे. आश्रम में रहने वाला एक साधु हर शनिवार को कई जटिल बीमारियों का मुफ्त में इलाज करता है.
बस दुर्घटना में मरने वालों में 22 पुरुष,सात महिलाएं और चार बच्चे शामिल है जिनमें से 16 मृतकों की पहचान हो चुकी है. मरने वालों में से 7 यात्री माधोपुर के ही थे वहीं बाकी लोग उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के रहने वाले थे. परिवहन मंत्री युनुस खान ने कहा है कि डीटीओ, इंजिनियरों और बाकि अफसरों की रिपोर्ट आने के बाद ही ये साफ हो पाएगा कि बस चलाने वाला कंडक्टर नाबालिग था या नहीं और वो बस चला भी रहा था ये भी जांच का विषय है.
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