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दिल्ली नहीं हुई नशामुक्त, तो पंजाब कैसे होगा?

नई दिल्ली : जवाब तो देना होगा में आज सवाल पंजाब चुनाव के सबसे बड़े वादे का. मेरे हाथ में दो मेनिफेस्टो हैं यानि चुनावी घोषणापत्र. एक हाथ में आम आदमी पार्टी का चुनावी वादा है, जो कहता है कि महीने भर में पंजाब को ड्रग्स मुक्त बना देंगे, तो दूसरे हाथ में कांग्रेस का […]

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  • January 11, 2017 5:54 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : जवाब तो देना होगा में आज सवाल पंजाब चुनाव के सबसे बड़े वादे का. मेरे हाथ में दो मेनिफेस्टो हैं यानि चुनावी घोषणापत्र. एक हाथ में आम आदमी पार्टी का चुनावी वादा है, जो कहता है कि महीने भर में पंजाब को ड्रग्स मुक्त बना देंगे, तो दूसरे हाथ में कांग्रेस का चुनावी घोषणा पत्र, जो कहता है कि चार हफ्ते में पंजाब को नशामुक्त कर देंगे. 
 
वैसे तो घोषणापत्र काफी लंबा है लेकिन कांग्रेस पार्टी पहले पन्ने के दूसरे प्वाइंट में लिखती है कि ड्रग सप्लाई, डिस्ट्रीब्यूशन और कन्जप्शन चार हफ्ते विच खत्म. वहीं, आम आदमी पार्टी सातवें प्वाइंट में कहती है कि अगर वो सत्ता में आती है तो पंजाब से महीने भर में ड्रग्स का नामोनिशां मिट जाएगा. 
 
 
दिल्ली में नशे का कारोबार
ये दोनों वादे इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि ये वादा वो दोनों पार्टियां कर रही हैं, जो दिल्ली से अब तक नशे का कारोबार खत्म नहीं कर पाई हैं. कांग्रेस पंद्रह साल दिल्ली में रही और केजरीवाल सरकार को भी दो साल होने को हैं लेकिन, दिल्ली में आज भी सड़क पर छोटे-छोटे बच्चे नशा करते दिख जाएंगे. 
 
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या दोनों पार्टियां इस वादे को पूरा कर पाएंगी? इस सवाल के जवाब की पड़ताल की गई है इंडिया न्यूज के खास शो ‘जवाब तो देना होगा’ में. वीडियो में देखें पूरा शो.
 

 

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