नई दिल्ली: इंडियन रेलवे अब किराए के अलावा भी पैसे कमाने के उपायों को खंगाल रहा है. रेलवे ने रेलगाड़ी, लेवल क्रासिंग और ट्रैक के पास वाली जगहों पर विज्ञापन लगाने की जगह देगा. साथ ही देश के महत्वपूर्ण स्टेशनों के प्लेटफॉर्मों पर करीब 2400 एटीएम लगाए जाने की योजना है.
फिलहाल रेलवे को गैर-किराया स्रोतों से सालाना 2000 करोड़ रुपए की कमाई होती है. रेल मंत्री
सुरेश प्रभु अगले हफ्ते रेलवे की नहीं गैर किराया राजस्व नीति जारी करेंगे.
रेलवे पहली बार ऐसा करेगी. इस नीति के तहत ट्रेन ब्रांडिंग, रेल रेडियो योजना और एटीएम मशीन स्थापित करना जैसे काम शामिल हैं.
रेलवे मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी के मताबिक- ‘अभी रेलवे के कुल राजस्व में गैर किराया स्रोतों का योगदान पांच प्रतिशत से भी कम है. हम ठोस उपायों के जरिये इसमें पर्याप्त वृद्धि करना चाहते हैं.’ उन्होंने कहा कि
एटीएम स्टेशनों के आखिरी प्लेटफॉर्म पर या मुख्य इलाके में लगाए जाएंगे. इसके लिए ई-ऑक्शन प्रक्रिया के जरिए पेशकश की जाएगी. ये अनुबंध 10 सालों के लिए होगा.
खाली पड़ी जमीनों का रेलवे करेगी इस्तेमाल
अपनी नीति में रेलवे चिन्हित किए गए जगहों के अलावा रेल लाइन के पास की खाली जमीन, रोड ओवरब्रिज और लेवल क्रासिंग जैसे अभी तक इस्तेमाल में नहीं आ रहे जगहों पर भी विज्ञापन लगाने की अनुमति दे सकता है.
यही नहीं
स्टेशनों पर बड़े एलईडी स्क्रीन लगाने, प्लेटफॉर्म, स्टेशन के भीतर यात्रियों के लिए बने पुल को भी रेल डिसप्ले नेटवर्क के तहत विज्ञापन के लिए रखा जाएगा. रेल डिसप्ले नेटवर्क में शुरू में पुरानी दिल्ली, वाराणसी, जयपुर सहित 25 स्टेशनों को जोड़ा जाएगा और बाद में अन्य बड़े स्टेशन भी इसमें शामिल किए जाएंगे.