नई दिल्ली : पीएम
नरेंद्र मोदी के आठ नंवबर को लिए गए
नोटबंदी के फैसले से पड़ने वाले असर पर राष्ट्रपति
प्रणब मुखर्जी ने आशंका जाहिर की है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था में अस्थायी गिरावट आ सकती है.
प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्यपालों और उपराज्यपालों को नए साल का संदेश देने के दौरान ये बात कही. उन्होंने कहा कि
विमुद्रीकरण काले धन पर लगाम कसने और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए के दौरान अर्थव्यवस्था में अस्थायी सुस्ती ला सकता है.
गरीबों को तत्काल राहत देने की जरूरत
राष्ट्रपति ने आगे कहा, ‘हमें गरीबों की समस्याओं को खत्म करने के लिए ज्यादा सावधानी बरतनी होगी.’ गरीबों को तत्काल राहत देने की जरूरत है. इसके साथ ही राष्ट्रपति ने निष्पक्ष
चुनावों पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, ‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों ने हमारे लोकतंत्र को विश्व में जीवंत बनाया है. चुनाव लोगों के राजनीतिक माहौल के प्रति रवैये, मूल्यों और विश्वास दर्शाते हैं.’ उन्होंने कहा कि चुनाव लोगों की संप्रभुता के प्रतीक हैं और सरकार की सत्ता को वैधता प्रदान करते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि राज्यपाल और उपराज्यपाल अपने राज्य में लोगों की समस्याओं को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. हमारे जैसे बहुलवादी लोकतंत्र में सहिष्णुता, विरोधाभासी विचारों के लिए सम्मान और धैर्य जरूरी है.