नई दिल्ली : देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कल यानी बुधवार को हो गया है, जिसके बाद से ही विपक्ष चुनाव की तारीखों और आम बजट पेश होने की तारीख का विरोध कर रहा है.
विपक्ष का कहना है कि चुनाव के ठीक पहले आम बजट क्यों पेश किया जा रहा है. इसके विरोध में आज विपक्षी दल चुनाव आयोग से 11 बजे मुलाकात करेंगे.
टीएमसी, बीएसपी, जेडीयू, सपा और आरजेडी के नेता कांग्रेस की अगुवाई में आज चुनाव आयोग पहुंचेगा. चुनाव से ठीक तीन दिन पहले बजट पेश होने के विरोध में विपक्ष आयोग को ज्ञापन सौंपेगा.
विपक्ष का कहना है कि चुनाव से ठीक पहले बजट का ऐलान करने के साथ ही सत्ता पक्ष इसका फायदा चुनावों में ले सकता है. विपक्ष आयोग से मांग करेगा कि आदर्श आचार संहिता के दौरान बजट न पेश किया जाए. विपक्ष का कहना है कि साल 2014 में यूपी चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद ही बजट पेश किया गया था.
अरुण जेटली ने दिया जवाब
इस मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा है कि यह कोई हमेशा की प्रथा नहीं है, जिसका पालन किया जाए. उन्होंने कहा कि 2014 में भी आम चुनाव से कुछ दिन पहले ही अंतरिम बजट पेश किया गया था, यह एक संवैधानिक जरूरत है.