कोलकाता : रोज वैली चिटफंड घोटाले में तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही थी. सुदीप बंदोपाध्याय ने बताया कि उनको पहले 15 नवंबर को बुलाया गया था लेकिन वो नहीं जा सके थे क्योंकि संसद का सत्र चल रहा था.
इससे पहले सीबीआई ने रोज वैली घोटला मामले में पिछले हफ्ते ही टीएमसी के ही सांसद तपस पॉल को गरिफ्तार किया था. सीबीआई सूत्रों ने ये पहले ही साफ कर दिया था कि बंदोपाध्याय से पूछताछ के आधार पर अगला कदम तय किया जाएगा.
सीबीआइ के एसपी और आइजी रैंक के अधिकारियों की मौजूदगी में दो चरण में करीब चार घंटे तक पूछताछ की गई. सूत्रों की मानें तो सीबीआइ ने रोजवैली से जुड़े कई ऐसा सवाल पूछे, जिसका सुदीप ने जवाब नहीं दिया. जिन सवारों के जवाब दिये उसमें भी अंतर मिले. इसके बाद सीबीआइ ने सुदीप को गिरफ्तार कर लिया.
समन भेजा
रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीआई रेलवे स्टैंडिंग कमिटी के अध्यक्ष सुदीप को सीबीआई 3 बार समन भेज चुकी थी. इसके बाद पार्टी चीफ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई थीं और उन्होंने ट्वीट के जरिए सरकार पर बदले की राजनीति का आरोप लगाया था.
मालिक पहले ही गिरफ्तार
इस मामले में चिटफंड कंपनी के मालिक को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. कंपनी के ऊपर आरोप है कि इसने कई राज्यों के निवेशकों का पैसा डकार लिया. ये रकम कई हजार करो़ड़ में आंकी गई है.
सुदीप पर क्या-क्या हैं आरोप
1. सांसद पद के प्रभाव का इस्तेमाल कर रोजवैली के कारोबार को बुलंदियों पर पहुंचाने में मदद
2. केंद्रीय जांच एजेंसियों की नजर से रोजवैली चिटफंड कंपनी बचाने
3. दिल्ली स्थित अपने आवास पर कई बार रोजवैली समूह के मालिक गौतम कुंडू ने बैठक करने
4. रोजवैली के साथ मोटी
आर्थिक राशि लेने
5. अनगिनत बार रोजवैली के वाहन का इस्तेमाल करने