इंफाल: मणिपुर से आर्म्ड फोर्स स्पेशल पावर एक्ट (
AFSPA) को हटाने की मांग को लेकर 16 साल तक अनशन कर चुकीं
इरोम शर्मिला ने राज्य के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने की सोमवार को घोषणा की है. बता दें कि मुख्यमंत्री थुबल विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होते आ रहे हैं.
‘CM बनने के बाद हटा दूंगी AFSPA’
इरोम ने सीएम इबोबी पर आरोप लगाते हुए कहा कि 15 सालों के कार्यकाल के दौरान सीएम ने AFSPA हटाने को लेकर कुछ भी नहीं किया इसलिए वे अब चुनाव लड़कर मुख्यमंत्री बनेंगी और इस कठोर कानून को हटाएंगी.
‘इंफाल के 7 सात विधानसभा क्षेत्रों से हटा AFSPA’
बता दें कि ओकराम इबोबी सिंह लगातार तीन बार से मुख्यमंत्री रहे हैं. वे थुबल विधानसभा क्षेत्र से लगातार जीतते आ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि हमने इंफान के नगर निगन से सात विधानसभा क्षेत्रों से AFSPA हटा दिया गया है. साथ ही उन्होंने वादा भी किया गया है कि अगर राज्य में ऐसे ही हालात सकारात्मक रहे, तो सभी इलाकों से AFSPA को हटा दिया जाएगा.
16 साल तक रहीं भूख हड़ताल पर
बता दें कि इरोम मणिपुर से सशस्त्रर बल विशेषाधिकार कानून (आर्म्डी फोर्स स्पे शल पावर एक्टि) 1958 को हटाए जाने की मांग पर 2 नवंबर 2000 से भूख हड़ताल पर थीं. साल 2016 की जुलाई में उन्होंने अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी थी.
PM मोदी से करेंगी मुलाकात
बता दें कि इससे पहले शर्मिला ने दिल्ली के मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी. केजरीवाल से उन्होंने बड़ी राजनीतिक पार्टियों से मुकाबला करने को लेकर सलाह मांगी थी. इरोम राजनीतिक गुर सीखने के लिए प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगीं.