नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (SP) में अब साइकिल सिंबल पर संग्राम छिड़ गया है.
मुलायम सिंह यादव चुनाव आयोग पहुंच गए हैं. उन्होंने साइकिल सिंबल पर चुनाव आयोग के सामने अपना दावा पेश कर दिया है. मुलायम के साथ अमर सिंह,
शिवपाल यादव और जया प्रदा भी शामिल हैं.
इससे पहले मीडिया से मुखातिब होते हुए मुलायम सिंह ने कहा था कि मैं ठीक हूं, पार्टी मेरी है, सिंबल भी मेरा है. जो सिंबल है वो मेरा सिग्नेचर है, पहचान है. मैं उसे कैसे कह दूं. इसके साथ ही अखिलेश खेमे से शिवपाल यादव ने भी
चुनाव आयोग से मुलाकात का समय मांगा था. चुनाव आयोग ने उन्हें कल अपराह्न 11.30 पर मुलाकात के लिए बुलाया है.
बता दें कि बहुमत के दम पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बन गए हैं, जिसके बाद से ही अखिलेश और मुलायम के गूटों के बीच चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर दावा जताया जा रहा है. आज इसी मुद्दे को लेकर मुलायम सिंह यादव चुनाव आयोग से मिले.
बता दें कि कल यानी एक जनवरी को सपा के अधिवेशन में
रामगोपाल यादव ने अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया था और मुलायम सिंह यादव को पार्टी का मार्गदर्शक. वहीं अखिलेश यादव में सपा में चल रही उथल-पुथल की जड़ अमर सिंह को मानते हुए पार्टी से निकाल दिया था और शिवपाल को भी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था.
जिसके बाद मुलायम सिंह ने अधिवेशन को असंवैधानिक करार देते हुए कहा था कि रविवार को रामगोपाल की ओर से बुलाए गया अधिवेशन को पूरी तरह से असंवैधानिक था, जिसके बाद मुलायम ने रामनरेश को पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया, साथ ही अधिवेशन में शामिल पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और महासचिव नरेश अग्रवाल को भी पार्टी से निकाल दिया गया.