नई दिल्ली : आर्मी चीफ बनते ही जनरल रावत ने ‘तेवर’ दिखाने शुरु कर दिए हैं. नए सेना प्रमुख ने पाकिस्तान को दो टूक संदेश दिया है. बिपिन रावत ने कहा है कि हमारा देश और सेना अमन और शांति चाहती है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम कमजोर हैं और अगर जरूरत आई तो अपनी ताकत का इस्तेमाल करने में कभी पीछे नहीं हटेंगे.
इस दौरान उन्होंने कहा कि सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी और दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल पी एम हारिज सेना में सेवा देते रहेंगे और उसकी एकता बनाए रखेंगे. इससे पहले लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी ने नए साल के जश्न में हुए एक कार्यक्रम में बात करते हुए कहा था कि वह सेना नहीं छोड़ रहे. दरअसल, इससे पहले तक खबरें आ रही थीं कि बक्शी रावत के सेना प्रमुख बनने से नाराज हैं और सेना छोड़ देंगे.
बता दें कि सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को नया थलसेनाध्यक्ष चुना था. इसके लिए सीनियरिटी के आधार पर चीफ बनाने की प्रथा को नजरअंदाज किया गया था. इससे पहले 1983 के बाद पहली बार ऐसा हुआ था. लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को चीफ चुने जाने के लिए कमांड चीफ लेफटिनेंट प्रवीण बक्शी और दक्षिणी कमान के आर्मी चीफ लेफटिनेंट पीएम हारिज को नजरअंदाज किया गया था. इसपर विवाद हुआ था.