नई दिल्ली : नियंत्रक एवं लेखक परीक्षक बिड़ला-सहारा की उन डायरियों का ऑडिट करेगा, जिनको कांग्रेस ने कथित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी पर घूस लेने वाला सबूत बताया था. कुछ दिन पहले कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया था कि गुजरात में नरेंद्र मोदी ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान सहारा और बिरला समूहों से पैसे लिये थे. इस दौरान कांग्रेस ने इन डायरियों को सबूत के तौर पर पेश किया था.
सूत्रों के अनुसार कैग ने बीते 4 साल में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से की गए सभी बड़े सर्च और सीज ऑपरेशंस का ऑडिट शुरू कर दिया है. इसमें सहारा और आदित्य बिड़ला ग्रुप पर की गई दो सर्च भी शामिल हैं. बता दें कि इन्हीं डायरियों के आधार पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर गुजरात का सीएम रहते हुए करोड़ों की घूस लेने का आरोप लगाया था.
सीबीडीटी के सूत्रों के अनुसार सहारा और बिड़ला डायरियों के कैग की ओर से ऑडिट किए जाने की बात की पुष्टि की है. सूत्र ने बताया कि कैग ने इन दोनों इंडस्ट्रियल ग्रुप्स पर की गई सर्च की जानकारी मांगी. हालांकि सूत्र ने इस बारे में विस्तार से कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया. कैग की ओर से इस मामले में तीन महीने के भीतर जांच पूरी की जा सकती है.
बता दें कि एनजीओ कॉमन काज ने इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की थी. जिस पर पिछले सप्ताह प्रधान न्यायाधीश मनोनित न्यायमूर्ति जेएस खेहर ने इस मामले की सुनवाई करने से मना कर दिया और कहा कि इसमें कोई साक्ष्य नहीं है.