नई दिल्ली : सपा का नारा हुआ करता था, जिसने कभी न झुकना सीखा, वो नाम मुलायम है और एक कहावत कहती है जो झुकते नहीं वो टूट जाते हैं. समाजवादी पार्टी में आज की हालत दोनों लाइनों का गठजोड़ है क्योंकि मुलायम झुकने को तैयार नहीं और पार्टी टूटने की कगार पर है.
खबरें यह भी हैं कि अखिलेश पार्टी सिंबल के इस्तेमाल के मुद्दे को लेकरचुनाव आयोग जा सकते हैं, जो सीधा संकेत है कि बागी अखिलेश अब अपनी पार्टी बनाने का भी विचार कर रहे हैं.
लेकिन, उधर मुलायम सिंह भी अखिलेश के सुझावों को उम्मीदवारों की लिस्ट में शामिल करने को तैयार नहीं. अब इस वक्त सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के सामने उम्मीदवारों की दो लिस्ट हैं, चुनने के लिए के लिए दो खेमे हैं और सामने यूपी चुनाव है जिसमें विपक्षियों से दो-दो हाथ भी करना है. ऐसे में सवाल ये हैं कि क्या यूपी चुनाव बाप-बेटे के बीच का सबसे बड़ा युद्ध देखने जा रहा है? क्या नई पार्टी बनाएंगे अखिलेश? सपा का असली विलेन कौन है?