नई दिल्ली: अखिलेश और रामगोपाल यादव को समाजवादी पार्टी से निकालने के मुलायम सिंह के फैसले के बाद सियासी कोहराम मच गया है. पार्टी में दो धड़े बटे हुए नजर आ रहे हैं. इस सियासी भूचाल के बीच विपक्षी पार्टियां भी समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साध रही हैं.
इस मामले पर बीजेपी नेता श्रीकांत शर्मा ने कहा कि परिवार केंद्रित पार्टियों में जब भी परिवार टूटता है तो पार्टी के भी टुकड़े हो जाते हैं. वही सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मुलायम सिंह जब पहली बार नेता बने थे तो वो समाजवादी नेता थे, उसके बाद वो एक वर्ग के नेता बन गए और फिर एक जाति के नेता बनकर रह गए. आगे उन्होंने कहा कि आज हालात ये हैं कि समझ नहीं आ रहा कि बाप बड़ा या भैया?
इस मामले को कांग्रेस ने अंदरूनी झगड़े करार देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता आ गई है जोकि लोकतंत्र के लिए चिंता की बात है.
मुलायम ने अखिलेश और रामगोपाल को SP से 6 साल के लिए निकाला.