लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) में उम्मीदवारों की लिस्ट पर चल रहे घमासान में शिवपाल यादव ने जारी की हुई लिस्ट में तीन प्रत्याशियों के नाम बदल दिए हैं. इनकी जगह भोजीपुरा से शहजिल इस्लाम, बंदायूं से आबिज रजा और सैयदराजा से मनोज कुमार सिंह को टिकट दिया गया है. बता दें कि आबिद रजा और उनकी पत्नी फातिमा ने सांसद धर्मेंद्र यादव पर ठेकों में भ्रष्टाचार और अवैध खनन जैसे गंभीर आरोप लगाए थे.
परिवार के सियासी दंगल में आगे क्या हो सकता है ?
- मुलायम और अखिलेश के अंतर वाले 76 नाम की जातियां एक ही हैं, लिहाजा मुलायम थोड़े नरम पड़ सकते हैं और बाद में एक कॉमन लिस्ट जारी कर सकते हैं.
- प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते शिवपाल यादव अखिलेश को पार्टी से निकाल सकते हैं, अगर ऐसा हुआ तो पार्टी टूट जाएगी.
- अखिलेश की लिस्ट रद्द हो सकती है क्योंकि पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ने के लिए अध्यक्ष की लिस्ट ही मान्य होती है.
- पार्टी अध्यक्ष उम्मीदवारों को फॉर्म बी देता है ऐसे में अखिलेश अपने उम्मीवारों को निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए कह सकते हैं.
चाचा-भतीजे ने जारी की लिस्ट
बता दें कि समाजवादी पार्टी में चाचा शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. अखिलेश ने 235 तो शिवपाल ने 68 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. इससे पहले बुधवार को मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव के कई करीबी लोगों की टिकट काटते हुए 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी. इसके बाद से ही अखिलेश समर्थक गुट खासा नाराज नजर आ रहा था.
393 उम्मीदवारों की लिस्ट की जारी
अभी तक समाजवादी पार्टी ने 403 सीटों में से 393 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है और अभी दस सीटों पर उम्मीदवारों ने नाम का ऐलान होना अब भी बाकी है. अखिलेश आज शाम एक और लिस्ट जारी कर सकते हैं. अखिलेश यादव द्वारा गुरुवार को जारी की गई लिस्ट में अतीक अहमद, रामपाल यादव, अमरमणी त्रिपाठी, शादाब फातिमा, नारद रॉय और ओ पी सिंह का नाम शामिल नहीं है. बुधवार को मुलायम सिंह यादव द्वारा जारी लिस्ट में इनका नाम शामिल किया गया था.
आजम खान ने सपा में मचे घमासान के लिए अमर सिंह को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति और उसके विचार की गंदगी ने पार्टी को पूरी तरह बर्बादी पर लाकर खड़ा कर दिया है. आजम यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि एक मछली पूरे तालाब को गन्दा कर देती है.