ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में नया सियासी संकट खड़ा हो गया है. मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उपमुख्यमंत्री चोवान मेन समेत सातों और विधायकों को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है. पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) ने इन सातों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोपी माना है. ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब सीएम, डिप्टी सीएम और 5 MLA को पार्टी से सस्पेंड किया गया हो.
PPA ने मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उपमुख्यमंत्री चोवान मेन, जेम्बी टाशी (लमुला से विधायक), पासांग दोरजी सोना (मेचुका से विधायक), चोव तेवा मेन (चोखम से विधायक), जिंगनू नामचोम (नामसाई से विधायक) कामलुंग मोसांग (मियाओ से विधायक) की पार्टी से सदस्यता भी रद्द कर दी है. बता दें कि इससे पहले पेमा खांडू समेत 43 विधायकों ने कांग्रेस को छोड़कर PPA में शामिल हो गए थे.
PPA के अध्यक्ष काफा बेंगिया ने कहा है कि पार्टी के संविधान के अनुसार मेरे पास इसके अधिकार हैं. ये लोग पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं. इसके तहत इन सभी को तुरंत अस्थाई तौर पर पार्टी की प्राइमरी मेंबरशिप से सस्पेंड कर दिया है.
पार्टी के इस कदम के बाद से पेमा खांडू अब पीपीए विधायक दल के नेता नहीं रहे हैं. पार्टी ने इस फैसले के बारे में विधानसभा के अध्यक्ष को भी पत्र लिखकर अवगत करा दिया है. साथी है विधायकों को आदेश जारी कर कहा है कि पेमा खांडू की तरफ से बुलाई किसी भी बैठक में शामिल न हों.
राज्य में चले महीनों तक सियासी उठापटक के बाद पेमा खांडू ने इसी साल 16 जुलाई को मुख्यमंत्री बने थे. खांडू ने नबाम तुकी की जगह ली थी. तुकी की कांग्रेस सरकार इसी साल जनवरी में गिर गई थी, इसके बाद यहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया था. बाद में बीजेपी की मदद से 19 फरवरी को कालिखो पुल ने थोड़े वक्त के लिए राज्य में सरकार बनाई थी.
इस कदम के बाद कांग्रेस ने SC का रुख किया था. SC ने कांग्रेस के हक में फैसला सुनाया था और राज्य मे पेमा खांडू ने नई सरकार बनाई. इसके बाद 9 अगस्त को कालिखो पुल ने खुदकुशी कर ली थी.