नई दिल्ली: नजीब जंग के जाने के बाद दिल्ली के नए उप राज्यपाल पर सस्पेंस खत्म हो गया है. नजीब जंग के अचानक पद से इस्तीफा देने के बाद केंद्र सरकार ने अनिल बैजल को दिल्ली की कमान सौंपी है. सरकार की तरफ से आज विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि वो बतौर उप राज्यपाल अनिल बैजल का स्वागत करती हैं.
1969 बैच के आईएएस रहे बैजल 2006 में शहरी विकास मंत्रालय के सचिव पद से रिटायर हुए थे. बैजल विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के कार्यकारिणी समिति के सदस्य रह चुके हैं.
बता दें कि अरविंद केजरीवाल सरकार से उप-राज्यपाल रहते नजीब जंग की कभी बनी नहीं और दोनों कभी खुलकर और कभी छुपाकर एक-दूसरे पर निशाना साधते रहे. केजरीवाल जहां नजीब जंग पर मोदी सरकार के इशारे पर उन्हें तंग करने का आरोप लगाते रहे वहीं जंग उनकी फाइल, उनकी नियुक्तियां, उनके फैसले पलटते रहे.
जंग की जगह पर नियुक्ति की रेस में सबसे आगे अनिल बैजल ही थे. बैजल रिटायरमेंट से पहले गृह सचिव, इंडियन एयरलाइंस के सीएमडी, प्रसार भारती के सीईओ और दिल्ली विकास प्राधिकारण यानी डीडीए के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं. डीडीए का अध्यक्ष एलजी ही होते हैं जिस पद पर उनकी नियुक्ति की चर्चा है.
अनिल बैजल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उन गिने-चुने नौकरशाहों में शामिल थे जिन्हें सरकार और बीजेपी का पसंदीदा माना जाता था. तत्कालीन गृहमंत्री व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने उनको गृह सचिव चुना था. बैजल का नाम दिल्ली के एलजी के अलावा जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल पद के लिए भी लंबे समय से चल रहा है जिस पद पर इस समय एनएन वोहरा हैं.