मुंबई: आज धीरजलाल हिराचंद अम्बानी (धीरूभाई अम्बानी) का जन्मदिन है. जो एक प्रसिद्ध भारतीय व्यवसायी थे जिन्होंने रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना अपने दम पर की. धीरुभाई की कहानी एक छोटे व्यापारी से बहुत बड़े व्यावसायिक टाइकून बनने की कहानी है. इस मौके पर आपको बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें….
1-धीरूभाई की जन्म 28 दिसंबर, 1932 को गुजरात के जूनागढ़ जिले के चोरवाड़ गांव में एक सामान्य मोध बनिया परिवार में हुआ था.पांच भाई-बहनों में धीरूभाई तीसरे नंबर के थे. परिवार की पांच संतानों में रमणिकलाल, नटवर लाल, धीरूभाई और दो बहनें त्रिलोचना और जसुमती शामिल हैं.
2-धीरुभाई अंबानी को आर्थिक तंगी के कारण हाईस्कूल के बाद ही पढ़ाई छोड़ना पड़ गई. उन्होंने बचपन में ही घर की आर्थिक मदद करनी शुरू कर दी थी. उस वक्त वे भजिए की दुकान लगाया करते थे, दुकान की आय यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या पर निर्भर थी.
3-सन 1948 में सोलह वर्ष की उम्र में वे अपने बड़े भाई रमणिकलाल की सहायता से यमन के एडेन शहर पहुंचे गए. वहां उन्होंने ‘ए. बेस्सी और कंपनी’ में 300 रुपए महीने की सैलरी पर काम किया. लेकिन शायद उनके दिमाग में कुछ और ही चल रहा था. इसलिए साल 1954 में वे भारत वापस आ गए.
4-साल 1955 में जेब में 500 रुपए रखकर किस्मत आजमाने मुंबई पहुंचे थे. और यहीं से शुरू हुई उनकी व्यावसायिक यात्रा की कहानी.
5-फिर उन्होंने कभी पीढे मुड़कर नहीं देखा और सन् 1966 में रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना की है.
6-आज कंपनी के 85,000 से अधिक कर्मचारियों शामिल है और भारत की केन्द्रीय सरकार को कुल कर राजस्व का लगभग 5 प्रतिशत की प्रदाता मिलती है
7-6 जुलाई 2002 को धीरूभाई अंबानी ने दुनिया को अलविदा कह दिया. इस समय वे 62000 करोड़ रुपए के मालिक थे.
8-आज के समय में उनके बेटे मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी उनकी सल्तनत को संभाले हुए हैं. पिता की तरह आज इन दोनों भाईयों का नाम भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के व्यवसायियों में शुमार है.