नई दिल्ली : साल 2016 कई तरह की बड़ी खबरों से भरा रहा है. साल के अंत में लागू हुई नोटबंदी ने तो सारी खबरों को पीछे छोड़ दिया था और लोग पुराने नोटों को बदलने में ही व्यस्त रह गए थे. लेकिन, इन बड़ी खबरों के बीच इस साल कुछ अफवाहें भी उड़ी हैं, जिनमें से कुछ पर तो सरकार को आगे आकर सफाई भी देनी पड़ी है. ऐसी ही कुछ अफवाहों के बारे में हम नीचे बता रहे हैं:
1. नरेंद्र मोदी सबसे बेहतर पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर इस साल ऐसी अफवाह उड़ी, जिसने सभी को हैरान कर दिया. इस साल जून में सोशल मीडिया पर यह अफवाह उड़ी थी कि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने नरेंद्र मादी को विश्व के सबसे बेहतरीन प्रधानमंत्री का अवॉर्ड दिया है. बिलियर्ड और स्नूकर स्टार पंकज आडवाणी ने भी इस लेकर ट्वीट कर दिया था. लेकिन, बाद में पता चला कि यह महज अफवाह है.
2. ‘जन गण मन’ सबसे अच्छा राष्ट्रगान
पीएम नरेंद्र मोदी की तरह ‘जन गण मन’ के दुनिया का सबसे अच्छा राष्ट्रगान घोषित होने को लेकर भी अफवाह उड़ी थी. यह अफवाह साल 2008 में एक ई-मेल के जरिए शुरू हुई थी और धीरे-धीरे यूएन तक यह बात पहुंची. इसके बाद यूनेस्को ने इस झूठी खबर को खारिज कर दिया था. इस साल स्वतंत्रा दिवस के अवसर पर यह अफवाह फिर से उड़ी थी.
3. नए नोटों में जीपीएस चिप
8 नवंबर को नोटबंदी लागू होने के बाद जहां नए नियमों की लगातार कई खबरे आई थीं, वहीं नए नोटों को लेकर भी बहुत अफवाहें उड़ी थीं. इनमें से एक अफवाह यह भी थी कि 2000 रुपये के नए नोट पर जीपीएस चिप लगाई गई है ताकि काला धन रखने वालों पर नजर रखी जा सके.
इस चिप के बारे में खबर थी कि इसके जरिए काला धन रखने वाले के बारे में सरकार के पास अपनेआप सिग्नल पहुंच जाएगा. वहीं, इस नेनो चिप को चार्ज करने की भी जरूरत नहीं होगी. साथ ही नोट को फाड़े इस चिप को नहीं निकाला जा सकेगा. बाद में रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया ने चिप लगे होने की बात को खारिज कर दिया था.
4. सोनम गुप्ता बेवफा है
इस साल की सबसे बड़ी अफवाह, जो कहीं न कहीं अभी तक जारी है, वह है ‘सोनम गुप्ता बेवफा’ है. दरअसल, पुराने नोट अमान्य होने और नए नोट जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर ऐसे नोट की तस्वीर शेयर होने लगी थी, जिसमें लिखा था ‘सोनम गुप्ता बेवफा’ है. ऐसे तो नोटों पर लिखने का चलन कुछ नया नहीं है और उस पर ध्यान भी नहीं देते लेकिन नए नोटों पर भी ‘सोनम गुप्ता बेवफा’ लिखे होने से यह मसला तूल पकड़ गया.
इसके बाद तो लोगों ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर बहुत तफरी की. लगातार नोटों पर सोनम गुप्ता से जुड़ी बातें लिखी जाने लगीं. यहां तक कि कुछ नोटों पर सोनम गुप्ता और उसकी मां की तरफ से भी बयान लिखा हुआ मिला. यह मसला मीडिया में भी छाया रहा. लेकिन, अंत में यह साफ नहीं हुआ कि इसकी शुरुआत कहां से हुई थी और फिर मामला ठंडा पड़ गया.
5. सोना रखने पर पाबंदी
नोटबंदी के बाद नवंबर के अंत में घर पर सोना रखने पर पाबंदी से जुड़ी अफवाह भी उड़ी थी. खबर थी कि सरकार ने घर पर सोना रखने की सीमा तय कर दी है. अगर किसी के घर में बहुत ज्यादा सोना पाया गया, तो सरकार उसे जब्त कर लेगी.
तब इन अफवाहों को खारिज करने के लिए वित्त मंत्रालय को खुद सामने आना पड़ा था. सरकार ने नये नियमों पर स्पष्टीकरण दिया था कि घोषित आय और घरेलू बचत से खरीदे गया सोना या ज्वैलरी टैक्स के दायरे में नहीं आएंगे. साथ ही इस संबंध में महिलाओं और पुरुषों को छूट भी दी गई है. सरकार सिर्फ अवैध तरीके से इकट्ठा किए गए सोने पर ही शिकंजा कसेगी.