नई दिल्ली : अपनी न्यूक्लियर शक्ति को बढ़ाने के लिए भारत ने सोमवार को स्वदेश में विकसित ‘अग्नि-5’ मिसाइल का सफल परीक्षण किया. सतह से सतह पर मार करने वाली ‘अग्नि-5’ मिसाइल का परीक्षण ओडिशा तट से दूर व्हीलर द्वीप में किया गया.
ये मिसाइल परमाणु क्षमता से लैस है और इसके बाद भारत इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल रखने वाले सुपरएक्सक्लूसिव क्लब में शामिल हो जाएगा. अग्नि-5 मिसाइल अब सेना के बेड़े में शामिल हो जाएगी.
मिसाइल की रफ्तार कर देगी हैरान
अग्नि-5 देश की सबसे ताकतवर और विध्वंसक न्यूक्लियर मिसाइल है. इसकी रफ्तार और मारक क्षमता ऐसी है कि दुश्मन को सोचने का भी वक्त नहीं मिलेगा और ये मिसाइल उसका काम तमाम कर देगी. अग्नि-5 की रफ्तार साउंड की स्पीड से भी 24 गुना तेज है. इसकी रेंज में सिर्फ चीन ही नहीं हॉंगकॉंग और ताइवान के साथ साउथ चाइना सी का वो सूवी रीफ भी है, जहां चीन ने अवैध तरीके से अपना मिलिट्री अड्डा बना लिया है.
साथ ही यह यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका तक जाकर भीषण तबाही मचा सकती है. यानी सिर्फ एक अमेरिका को छोड़ दें तो दुनिया का कोई भी हिस्सा इसकी पहुंच से बाहर नहीं है. भारत की अग्नि-1 मिसाइल 700 से 1200 किमी की दूरी तक वार कर सकती है. अग्नि-2 मिसाइल की मारक क्षमता करीब 2000 से 2500 किलोमीटर तक है जबकि अग्नि-3 साढ़े तीन हजार किलोमीटर दूर तक लक्ष्य को तबाह कर सकती है. ये तीनों मिसाइलें भारतीय सेना में शामिल की जा चुकी हैं.
बताया जा रहा है कि अभी अग्नि 5 के कुछ और परीक्षण किए जाएंगे जिसके बाद इसे स्ट्रैटिजिक फोर्सेस कमांड (एसएफसी) में शामिल कर लिया जाएगा. भारत इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल बनाने वाला दुनिया का सिर्फ छठा देश है. अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन के पास ऐसी मिसाइलें पहले से ही मौजूद हैं.
मारक क्षमता 5000 किमी.
17.5 मीटर लंबी अग्नि-5 मिसाइल का वजन करीब 50 टन है. इसकी मारक क्षमता 5,000 किमी है, जिसे बढ़ाकर 8,000 किमी तक किया जा सकता है. ये परमाणु क्षमता से लैस मिसाइल है जो 1,000 किलो तक का वॉरहेड यानी विस्फोटक अपने साथ ले जा सकती है. इस न्यूक्लियर मिसाइल को एक बार टारगेट पर छोड़े जाने के बाद इसे रोकना असंभव है.
अग्नि-5 का नेविगेशन और गाइडेंस सिस्टम बेहद खास है. आरएजी तकनीक की वजह से ये अचूक निशाना लगाने में सक्षम है. इसके लॉन्चिंग सिस्टम में कैनस्टर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. इसकी मदद से अग्नि-फाइव को आसानी से कहीं भी ट्रांसपोर्ट किया जा सकता है. सबसे बड़ी खूबी ये है कि इस मिसाइल को आसानी से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता. अग्नि 5 मिसाइल की और खासियतें जानने के लिए देखें इंडिया न्यूज का खास शो- आसमान में मोदी की ‘अमोघ शक्ति’! वीडियो में देखें पूरा शो.