अहमदाबाद: नोटबंदी के बाद चर्चा में आए गुजरात के उधना के फाइनेंसर किशोर भजियावाला यदि आपको याद हों तो आयकर विभाग ने छापेमारी में उनके पास से 10.45 करोड़ रुपए बरामद हुए थे. भजियावाला के पास से एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि वह अपने कालेधन को सफेद करने के काम में करीब 700 लोगों का इस्तेमाल किया था.
सीबीआई के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भजियावाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के बाद पैसे निकालने और जमा करने के लिए करीब 700 लोगों के डमी अकाउंट्स का प्रयोग किया था.
आईटी विभाग ने बताया कि सूरत के रहने वाले भजियावाला के पास करीब 27 बैंक अकाउंट्स पाए गए हैं, इनमें से करीब 20 तो बेनामी ही हैं, जिनके जरिए से भजियावाला बड़ी तादाद में कालेधन को सफेद करता था. हालांकि आईटी विभाग अभी तक यह जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहा है कि नोटबंदी बाद से भजियावाला ने कितने पैसे जमा कर और निकाले हैं.
बता दें कि आईटी विभाग ने अभी तक भजियावाले के पास से 1,45,50,800 रुपए नई करंसी में, 1,48,88,133 रुपए का सोना, 4,92,96,314 रुपए के सोने के आभूषण, 1,39,34,580 की कीमत की हीरों के आभूषण और 77,81,800 रुपए की चांदी बरामद हुई है. बैंकों और बड़े नेताओं की संलिप्तता को देखते हुए इस मामले को आईटी विभाई ने सीबीआई को सौंप दिया गया है.