नई दिल्ली: 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद पीएम मोदी ने लोगों से 31 दसंबर का समय मांगा था. पीएम ने लोगों से वादा किया था कि 50 दिन के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी.
लेकिन सूत्रों की मानें तो 30 दिसम्बर के बाद भी लोगों की परेशानियां कम नहीं होंगी. 30 दिसम्बर के बाद भी राहत के आसार नजर नहीं हैं. मांग के मुताबिक देश में नोटों की छपाई नहीं हो पाई है. 24 हजार की निकासी की लिमिट को बढ़ाने के लिए बैंक राजी नहीं हैं. इसी के कारण बैंकों और ATM से पैसे के निकासी की लिमिट नहीं बढ़ाई जा सकती.
नोटबंदी की घोषणा करते समय पीएम ने कहा था कि लोगों को कुछ दिन की परेशानी झेलनी पड़ेगी पर नोटबंदी के 47 दिन बाद भी पैसों की दिक्कत लगातार बरकरार है. दिक्कत केवल एटीएम में पैसे ना होने की नहीं है बल्कि बहुत से बैंकों से भी कैश पहुंच के दूर हैं. कुछ बैंक तो ऐसे भी हैं जहां कैश पहुंचे ही नहीं.
पीएम मोदी ने इन तकलीफों से निपटने के लिए 50 दिन का वक्त मांग था. आज नोटबंदी का 47 वां दिन है और प्रधानमंत्री के मांगे वक्त में केवल तीन दिन ही बचे हैं.
बता दें कि पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में परिवर्तन रैली के दौरान नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने देश से 50 दिन मांगे हैं, इस फैसले के लागू करने के बाद ही मैंने कहा था कि तकलीफ होगी, लेकिन 50 दिन के बाद समस्याएं खत्म हो जाएंगी.