नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में एक जनसभा को संबोधित किया. राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए नोटबंदी के फैसले को आर्थिक डकैती बताया. राहुल ने रैली में कहा कि पता नहीं क्यों मोदी जी ने अपना 99 फीसदी ईमानदार लोगों पर लगा रखा है, एक फीसदी अमीरों पर नहीं है. लोग टूट जाते हैं एक घर बनाने में, तुम तरस नहीं खाते बस्तियां जलाने में.
राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी के कारण 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, उनकी याद में हमें 2 मिनट भी संसद में खड़े नहीं होने दिया. नोटबंदी एक आर्थिक डकैती है, मोदीजी ने गरीबों पर निशाना लगाया है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मोदी जी ने 15 लाख रुपया देने का वायदा किया था. उस वक्त उन्होंने झूठ बोला. ललित मोदी और विजय माल्या को आप लंदन से वापस नहीं लाए. आपने उनके मुंह में 1200 करोड़ रुपये की टॉफी दी.
राहुल ने आगे कहा कि मोदी जी ने कहा था कि 50 दिन में काम शुरू हो जाएगा, लेकिन 6-7 महीने से पहले स्थिति सामान्य नहीं होगी. उन्होंने भारत की जनता के साथ धोखा किया है. संसद में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि योजना अच्छी थी, योजना खराब थी, लेकिन यह योजना केवल पचास परिवारों के लिए थी. गरीबों से पैसा खींचो और अमीरों को सींचो. मोदी जी चाहते हैं कि आपका पैसा बैंकों में जाए और उससे अमीरों के 8 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया जाए.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि किसान कर्ज नहीं दे पाता है तो उसका घर ले लेते हैं और एक फीसदी अमीरों का कर्ज NPA बना देते हैं. मोदी जी ने दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था. कहां गया वो वादा ? मोदी जी ने मजदूरों की मेहनत की कमाई जलाई, आपने ट्रांसपॉर्ट, पर्यटन के बिजनस को नष्ट कर दिया.
राहुल ने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि स्विस बैंक वाले चोर कौन हैं, हम चाहते हैं कि मोदी सरकार उनका नाम सदन में रखे. आपने गरीबों को लाइन में लगा कर कहा कि वहां चोर खड़े हुए हैं. आपने सबकी उंगलियों पर निशान लगा दिए.