नई दिल्ली: दिल्ली के उप-राज्यपाल नजीब जंग ने इस्तीफा दे दिया है. नजीब जंग ने सरकार को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जंग 9 जुलाई 2013 से इस पद पर थे और दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार से अधिकार पर तकरार की वजह से लगातार चर्चा में रहते थे.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और उप-राज्यपाल के बीच अधिकार के झगड़े में यह कहकर उप-राज्यपाल को झटका दिया था कि चुनी हुई सरकार के पास कुछ तो अधिकार होना चाहिए.
अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्री और आम आदमी पार्टी लगातार यह आरोप लगाती रही है कि केंद्र सरकार के इशारे पर एलजी जंग उसके काम में रोड़े अटकाते हैं और उनके इशारे पर अफसर तक मंत्री की बात नहीं सुनते.
नजीब जंग के कार्यकाल का डेढ़ साल अभी बाकी था लेकिन समय से पहले ही उन्होंने अपने पद इस्तीफा दे दिया. अभी तक उनके इस्तीफे की अंदरूनी वजह साफ नहीं हो पाई है लेकिन लेकिन उनके दफ्तर से जारी बयान में कहा गया है कि वो अकादमिक दुनिया में वापसी करेंगे.
जंग उप-राज्यपाल बनाए जाने से पहले जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के वीसी रह चुके हैं. जंग भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भी रह चुके हैं.
राज निवास द्वारा जारी बयान में नजीब जंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली की जनता का आभार जताया है.
नजीब जंग की नियुक्ति तब हुई थी जब केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी. ऐसे में उनके पद पर अब जो नई नियुक्ति होगी वो निश्चित तौर पर नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से होगी.
और केजरीवाल सरकार के शब्दों को विस्तार दें तो केंद्र के इशारे पर अगर एलजी रहते जंग उनके लिए मुश्किलें खड़ी करते थे तो उनकी वो तमाम मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं.
एलजी के इस्तीफे पर गृह सचिव राकेश सिंह ने कहा कि सरकार को नजीब जंग के इस्तीफे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों ही जंग से उनकी मुलाकात हुई थी लेकिन उन्होंने इस्तीफे को लेकर कोई इशारा नहीं किया. राकेश सिन्हा ने ये भी कहा कि सरकार ने जंग से इस्तीफे की मांग नहीं की थी.