पटना : 21 दिसंबर के दिन गुजरात के मेहसाणा में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सहारा से रिश्वत लेने का आरोप लगाया, जिसके बाद से ही यह मुद्दा गरमाया हुआ है. अब इस पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है.
लालू ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्हें 40 करोड़ का हिसाब-किताब देना होगा. उन्होंने पीएम मोदी की फकीर वाली बात को उठाते हुए ट्वीट किया, ‘फकीर कुछ नहीं छिपाते, पारदर्शी जीवन जीते हैं. फकीर साहब 40 करोड़ का हिसाब-किताब बताएं, अन्यथा फकीर और फकीरी से दुनिया का विश्वास उठ जाएगा.’
लालू ने एक और ट्वीट कर कहा, ‘तथाकथित ईमानदार पीएम पर कोई गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और वो चुप रहें, विदेशों में भारत की छवि खराब हो रही है.’
उन्होंने प्रधानमंत्री से अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देने की मांग की है. लालू ने ट्वीट किया, ‘राहुल गांधी ने गुजरात में छाती पर चढ़कर तथ्यों के साथ प्रधानमंत्री पर 40 करोड़ के भ्र्ष्टाचार का आरोप लगाया है. ये मामूली बात नहीं है.’ उन्होंने लिखा, ‘प्रधानमंत्री अपने ऊपर लगे भ्र्ष्टाचार के आरोपों पर स्पष्टीकरण दें और सुप्रीम कोर्ट के जज से इस भ्र्ष्टाचार की जांच कराएं. चुप्पी ना खींचे.’
लालू ने मांगा पीएए का इस्तीफा
लालू यादव ने एक निजी चैनल से की बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने नोटबंदी के फैसले का विरोध करते हुए यह मांग की.
लालू ने ऐलान किया है कि वह नोटबंदी के विरोध में महारैली करेंगे, जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीएसपी प्रमुख मायावती भी शामिल होंगे.
क्या आरोप लगाए हैं राहुल ने ?
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात के मेहसाणा में रैली के दौरान पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सहारा पर पड़े छापे के बाद से नरेंद्र मोदी को नौ करोड़ रुपए दिए गए. उन्होंने आरोप लगाया की बिड़ला समूह ने भी प्रधानमंत्री को पैसे दिए.
पीएम ने खुद को कहा था फकीर
पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में परिवर्तन रैली में कहा था कि वह गरीबों के लिए काम कर रहे हैं, इससे उनका कोई फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा था, ‘हम तो फकीर आदमी हैं. झोला लेकर चल पड़ेंगे.’