नई दिल्ली: दो महीने से लापता जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी मामले में दिल्ली पुलिस ने अपने अभियान तेज कर दिया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच अब नजीब के रुम पार्टनर काजिम का लाइ डिटेक्टर टेस्ट करेगी. काजिम ने इस टेस्ट के लिए पटियाला कोर्ट में हामी भर दी है.
पुलिस काजिम के साथ-साथ इस केस से जुड़े इस केस से जुड़े कम से कम छह लोगों का लाई डिटेक्टर टेस्ट करने की कोशिश कर रही है. जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े वे छात्र शामिल हैं, जिनका नजीब से झगड़ा हुआ था. इसके अलावा क्राइम ब्रांच ने इस मामले में फेसबुक से भी मदद मांगी है.
नजीब अहमद के लापता होने के कुछ दिन बाद तक उसके नाम से फेसबुक पर दो प्रोफाइल एक्टिव रहे थे. बता दें कि 19 दिसंबर को दिल्ली पुलिस की एक टीम जेएनयू कैंपस में तलाशी के लिए 20 स्निफर डॉग्स इस दल के साथ पहुंची थी. टीम के अधिकारियों ने बताया कि नजीब की तलाश में 600 पुलिसकर्मी कैंपस में मौजूद थे. इस टीम में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम के सदस्य भी हैं.
बता दें कि 14 अक्टूबर की रात जेएनयू हॉस्टल में दो गुटों में लड़ाई के बाद नजीब अहमद गायब हो गया था. मिली जानकारी के अनुसार 14 अक्टूबर की रात को नजीब अहमद ऑटो से जामिया इलाके के लिए रवाना हुआ था. वहीं से उसका कोई सुराग नहीं मिला है कि वह कहां गया. क्राइम ब्रांच उस ऑटो चालक तक भी पहुंच गई है लेकिन नजीब का कुछ खास सुराग नहीं अभी तक नहीं मिल है.