नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक समेत 2016 की 10 ऐसी घटनाएं जो पूरे भारत में छाई रहीं….

साल 2016 का आखिरी महीना यानी दिसंबर चल रहा है. पूरे साल देश भर में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिन्होंने भारत के लोगों पर जोरदार असर छोड़ा है. राजनीति का क्षेत्र हो या फिल्मों का, बहुत सी ऐसी घटनाएं इस साल घटी हैं जिन्होंने आम जनता को खासा प्रभावित किया है.

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नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राइक समेत 2016 की 10 ऐसी घटनाएं जो पूरे भारत में छाई रहीं….

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  • December 20, 2016 4:11 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : साल 2016 का आखिरी महीना यानी दिसंबर चल रहा है. पूरे साल देश भर में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिन्होंने भारत के लोगों पर जोरदार असर छोड़ा है. राजनीति का क्षेत्र हो या फिल्मों का, बहुत सी ऐसी घटनाएं इस साल घटी हैं जिन्होंने आम जनता को खासा प्रभावित किया है.
 
यहां पढ़िए 10 बड़ी घटनाएं जिन्होंने 2016 में भारत के लोगों को खासा प्रभावित किया…
 
पठानकोट एयरबेस हमला
पंजाब के पठानकोट में साल की शुरुआत में ही आतंकी हमला हुआ था. पठानकोट एयरबेस में साल 7 जनवरी 2016 को आतंकी हमला हुआ था जिसमें 7 जवान शहीद हो गए थे और कई घायल हुए थे. इस केस को एक साल पूरा होने वाला है. आज एनआईए ने इस मामले में एक चार्जशीट दाखिल कर जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर और उसके भाई को मुख्य आरोपी बनाया है.
 
बुलंदशहर गैंगरेप
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुए गैंगरेप की घटना ने भी लोगों को हिला कर रख दिया था. 29 जुलाई की रात को एक परिवार नोएडा से यूपी के शाहजहांपुर जा रहा था. बुलंदशहर में घुसते ही, उनकी कार एक छोटे एक्सीडेंट का शिकार हो गई थी, जैसे ही कार रुकी पांच आदमियों के झुंड ने परिवार को पास के खेत में घसीटकर उनके साथ लूटपाट और बलात्कार कर लिया. आरोपियों ने परिवार के पुरुषों को रस्सी से बांध दिया और महिला और उसकी बेटी के साथ बलात्कार किया था. 
 
JNU विवाद
साल की शुरुआत में ही यानी फरवरी में दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को देशविरोधी नारे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया था. बता दें कि नजेएनयू परिसर में छात्रों के एक समूह ने एक समारोह आयोजित किया था और संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को साल 2013 में फांसी दिए जाने के मुद्दे पर सरकार और देश के खिलाफ नारे लगाए थे.
 
ऊना में दलितों की पिटाई
गुजरात के ऊना क्षेत्र में गोहत्या के आरोप में 4 दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई कर दी गई थी. जिसके विरोध में दलित समाज के लोगों का गुस्सा गुजरात में देखने को मिला था. इस मुद्दे ने भी काफी तूल पकड़ लिया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीड़ित दलित युवकों से मिलने के लिए ऊना भी गए थे.
 
रोहिल वेमुला केस
हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दलित छात्र रोहित वेमुला की सुसाइड ने हैदराबाद से लेकर दिल्ली तक की राजनीति को हिला कर रख दिया था. रोहित की सुसाइड के पीछे कई वजह मानी जा रही थी और देशभर में इसको लेकर राजनीति शुरु हो गई थी. खुदकुशी करने वाला छात्र रोहित उन 5 दलित छात्रों में से एक था, जिन्हें उनके हॉस्टल से सस्पेंड किया गया था.
 
सर्जिकल स्ट्राइक
पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तरफ से किया गया सर्जिकल स्ट्राइक भी छाया रहा. पाकिस्तान की तरफ से किए गए ऊरी अटैक के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक कर दी थी. सर्जिकल स्ट्राइक को विश्व के कई देशों ने समर्थन दिया, लेकिन पाकिस्तान यह मानने से लगातार इंकार करता रहा कि ऐसा कुछ भारत ने किया है.
 
मुरथल गैंगरेप
जाट आंदोलन के दौरान दिल्ली के पास मुरथल हाईवे पर महिलाओं के साथ कथित तौर पर गैंगरेप किए जाने के मामले ने भी भारत को हिला कर रख दिया था. पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने साफ कहा था कि इसमें कोई शक नहीं कि मुरथल में सामूहिक बलात्कार हुआ था. 
 
दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण
इस साल दीवाली के बाद दिल्ली में अचानक से प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा हो गया था, जिसकी वजह से पूरे दिल्ली पर स्मॉग ने कब्जा कर लिया था. जिसके बाद दिल्ली में प्रदूषण को बढ़ता देखकर सुप्रीम कोर्ट को भी इस मामले में आना पड़ा. कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में में पटाखों पर रोक लगा दी है. कोर्ट ने पटाखों की बिक्री पर रोक लगाते हुए पुराने लाइसेंस को सस्पेंड करने का आदेश भी दिया है.
 
जयललिता का निधन
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन ने भी तमिलनाडु की जनता को हिला कर रख दिया था. 5 दिसंबर को जयललिता के निधन के बाद से 300 से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या कर ली. सितंबर से बीमार चल रही जयललिता की हालत में सुधार होने के बाद उन्हें हार्ट अटैक आ गया था, जिसके बाद उनका निधन हो गया. ओ पन्नीरसेल्वम ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की कमान संभाली है.
 
नोटबंदी
कालेधन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से लिए गए नोटबंदी के फैसले ने पूरे भारत को काफी प्रभावित किया है. 8 नवंबर के बाद से ही लोगों को कैश की काफी समस्या हो रही है. नोटबंदी को 42वां दिन होने के बाद भी देश की जनता के हाथों पर्याप्त मात्रा में कैश नहीं लगा है, जिससे जनता काफी परेशान है.

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