नई दिल्ली : जाने-माने पर्यावरणविद और गांधीवादी कार्यकर्ता अनुपम मिश्र का आज निधन हो गया है. 68 साल के मिश्र ने सोमवार को एम्स में आखिरी सांस ली.
अनुपम मिश्र पिछले एक साल से कैंसर से पीड़ित थे. रिपोर्ट्स है कि मिश्र का पार्थिव शरीर आज पहले गांधी फाउंडेशन लाया जाएगा, जहां से उनकी अंतिम यात्रा शुरू की जाएगी. मिश्र का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट में 1:30 बजे किया जाएगा.
कौन हैं अनुपम मिश्र ?
प्रसिद्ध पर्यावरणविद अनुपम मिश्र का जन्म साल 1948 में महाराष्ट्र के वर्धा में प्रसिद्ध कवि भवानी प्रसाद मिश्र के घर में हुआ था. उन्होंने 1969 में कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद गांधी पीस फाउंडेशन में काम किया. उन्होंने ही गांधी शांति प्रतिष्ठान में पर्यावरण कक्ष की स्थापना की थी.
इसके अलावा वह ‘गांधी मार्ग’ पत्रिका के संस्थापक और संपादक भी रहे थे. मिश्र ने चंडी प्रसाद भट्ट के साथ मिलकर उत्तराखंड के चिपको आंदोलन में जंगलों को बचाने के लिए काम किया था.
इसके अलावा जल-संरक्षक राजेंद्र सिंह की संस्था तरुण भारत संघ के भी मिश्र लंबे समय तक अध्यक्ष रहे थे. मिश्र को साल 1996 में देश के सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ‘इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया था.