मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के भूकंप वाले बयान पर तगड़ी चुटकी ली है.
उन्होंने कहा कि सासंद डरे हुए थे कि भूंकप आने के बाद वे संसद के बाहर कैसे निकलेंगे. लेकिन जब कोई भूकंप नहीं आया तो सबको लगा कि अब हम संसद से बाहर निकल सकते हैं और जा कर हम चैन से सो सकते हैं.
पवार ने नोटबंदी के मामले पर इंदिरा गांधी का नाम लेने पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ही नहीं बल्कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने भी नोटबंदी का फैसला नहीं लिया था.
शरद पवार ने कहा कि इस तरह के बयानों से पीएम मोदी खुद को महात्मा गांधी से भी बड़ा नेता साबित करने में जुटे हैं. नोटबंदी को लेकर उचित कदम उठाने में सरकार नाकाम रही है और इसका बुरा असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है. किसानों पर भी मार पड़ रही है.
शरद पवार ने नोटबंदी को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि इस फैसले से इंडस्ट्री पर विपरीत परिणाम पड़ा है. नौकरियों, किसान और मजदूरों पर मार पड़ी है.
एनसीपी अध्यक्ष ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि बिना किसी तैयारी के ही नोटबंदी लागू कर दी गई. आज मेरी जेब में भी सिर्फ दो-दो हजार के ही नोट हैं. नोट छापने में भी सरकार नाकाम हो रही है.
संसद में गतिरोध के लिए भी पवार ने मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आज तक देखा नहीं कि सत्ता पक्ष रोज संसद रोकने का काम करता है.