मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे लगातार विरोध कर रहे हैं. उन्होंने पीएम मोदी के इस फैसले पर निशाना साधते हुए सवालिया निशान उठाया. ठाकरे ने कहा था कि पीएम मोदी ने कहा था कि इंदिरा गांधी ने नोटबंदी की सलाह को 1971 में नजरअंदाज कर दिया था इसलिए हमारी अर्थव्यवस्था को मुश्किल का सामना करना पड़ा, मोरार जी ने 1978 में नोटबंदी अपनाया तब हमारी अर्थव्यवस्था क्यों नहीं पुनर्जीवित हुई ?
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि इंदिरा गांधी ने साल 1971 में नोटबंदी के फैसले को लागू नहीं किया था क्योंकि उनमें इस तरह के फैसले को लागू करने का कतई साहस नहीं था. उन्हें इस फैसले को उसी वक्त लागू कर देना चाहिए था लेकिन उन्होंने देश हित के नजरअंदाज कर पार्टी के हित को ज्यादा तवज्जो दी.
इससे पहले ठाकरे ने कहा था कि लोकसभा चुनाव के दौरान जनता ने बड़े मन से वोट किया था, लेकिन अब वे ही लोग खून के आंसू रो रहे हैं. ऐसे में भावुकता का क्या मतलब बनता है. उद्धव ने पीएम मोदी पर नोटबंदी के मामले में अकेले ही फैसले लेना का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सवा सौ करोड़ जनता का निर्णय एक व्यक्ति लेता है. इस फैसले के बाद अब ऐसा नहीं लगता कि यह केंद्र सरकार आम जनता की है.