सरकार की नोटबंदी मतलब ‘गरीबों का पैसा खींचो, अमीरों को सींचो’- राहुल गांधी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शु्क्रवार को कहा कि पिछले ढाई सालों में 1 प्रतिशत अमीर लोगों ने देश का 60 प्रतिशत् पैसा अपने पास रखा है. सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि- सरकार के इस फैसले ने देश के गरीबों और कैश को निशाना बनाया है.

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सरकार की नोटबंदी मतलब ‘गरीबों का पैसा खींचो, अमीरों को सींचो’- राहुल गांधी

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  • December 16, 2016 3:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
गोवा: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शु्क्रवार को कहा कि पिछले ढाई सालों में 1 प्रतिशत अमीर लोगों ने देश का 60 प्रतिशत पैसा अपने पास रखा है. सरकार के नोटबंदी के फैसले की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि- सरकार के इस फैसले ने देश के गरीबों को निशाना बनाया है. उन्होंने कहा कि देश का सारा पैसा काला धन नहीं है और ना हीं सारा काला धन कैश है. 
 
दक्षिणी गोवा के मरगाव ऑफिस में राहुल गांधी ने कहा कि- कांग्रेस देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करना चाहती है और अगर NDA सरकार इस ओर कोई कदम उठाती है तो कांग्रेस पार्टी का 100% समर्थन उन्हें मिलेगा. लेकिन नोटबंदी का नाटक भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाया गया कोई कदम नहीं है. बल्कि ये देश के 99 प्रतिशत ईमानदार जनता पर हमला है. 
 
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि- नोटबंदी का फैसला दरअसल सरकार का ‘गरीबों का पैसा खींचो, अमीरों को सींचो’ नीति है. पिछले 2.5 सालों में सरकार ने अमीरों के एक लाख दस हजार करोड़ रुपए माफ किए हैं और नोटबंदी के बाद विजय माल्या का 1200 करोड़ रुपया माफ कर दिया. ये सर्जिकल स्ट्राइक नहीं थी, ये हिंदुस्तान के ईमानदार लोगों पर बम गिराया गया था. 
 
राहुल गांधी के पीएम पर तीखे हमले
राहुल गांधी ने पीएम मोदी और उनकी नोटबंदी की नीति पर लगातार हमले करते हुए कहा कि- 8 नवंबर को प्रधानमंत्री ऐसे खड़े होते हैं जैसे कि ओबामा जी खड़े होते हैं और कहा कि- जो जेब में पैसा है हिंदुस्तान के गरीब लोगों का वो अब कागज हो गया. नरेन्द्र मोदी जी ने कहा एक नया स्कीम निकालते हैं मार्केटिंग का- सर्जिकल स्ट्राइक ऑन करप्शन एंड ब्लैक मनी.
 
बता दें कि 8 नवंबर को हुए नोटबंदी के फैसले के बाद से विपक्ष लगातार सरकार पर तीखे हमले करता आ रहा है. इसी मुद्दे को लेकर विपक्ष ने संसद का शीत सत्र भी हंगामें के बीच गुजार दिया.

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