नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र पूरी तरह हंगामे से भरा रहा है. इस सत्र को खत्म होने में मात्र दो दिन बाकी रह गए हैं फिर भी दोनों ही सदनों में विपक्ष जोरदार हंगामा कर रहा है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता लालकृष्ण आडवाणी लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने से व्यथित दिखे.
सदन के स्थगित होने के बाद भी व्यथित आडवाणी काफी देर तक लोकसभा में बैठे रहे. उन्होंने केन्द्रीय टेक्सटाइल मंत्री स्मृति ईरानी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की और कहा कि कम-से-कम अंतिम दिन संसद चलाने की कोशिश होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि स्पीकर को दोनों पक्षों के नेताओं को बुलाकर बात करनी चाहिए.
लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि संसद के इस तरह हालात को देखते हुए मैं इस्तीफा देना चाहते हूं, उन्होंने कहा कि अगर आज अटल जी भी ससंद में होते और इस तरह का माहौल पाते तो वह भी दुखी हो जाते. कोई जीते या हारे लेकिन इस हंगामें से संसद की हार हो रही है. स्पीकर से बात करके कल चर्चा होनी चाहिए.
लोकसभा और राज्यसभा में नोटबंदी के साथ-साथ आज अगस्ता वेस्टलैंड मामला और किरण रिजिजू पर लगे हाइड्रा प्रोजेक्ट घाटाले के मामले पर भी हंगामा होता रहा. आज भी संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू होते ही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. सदन के फिर से शुरू होते ही हंगामा शुरू हुआ और इसके बाद राज्यसभा को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया और फिर लोकसभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
क्या बोले गुलाम नबी आजाद ?
राज्यसभा में विपक्ष का कहना है कि सरकार खुद सदन की कार्यवाही को ठीक तरह से नहीं चलने देना चाह रही है. वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में कहा कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जहां सरकार सदन की कार्यवाही को ठीक तरह से नहीं चलने देना चाह रही है.
मुख्तार अब्बास नकवी ने क्या कहा ?
राज्यसभा में बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार ने करप्शन के कुएं से कांग्रेस का एक और कंकाल निकाला है इसके डीएनए का पता करना चाहिए.