हैदराबाद : यासीन भटकल समेत इंडियन मुजाहिद्दीन के चार और आतंकियों को एनआईए की विशेष अदालत ने हैदराबाद ब्लास्ट मामले में दोषी करार दिया है. इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के साल 2010 में आतंकी संगठन के तौर पर प्रतिबंधित होने के बाद पहली बार इसके किसी आतंकी को सजा दी जाएगी.
हैदराबाद कोर्ट ने आज आईएम के सह-संस्थापक यासीन भटकल, और चार अन्य को दिलकुशनगर में हुए दो बम विस्फोटों के लिए दोषी पाया है. ये विस्फोट फरवरी 2013 में भरे बाजार में हुए थे. इसमें 13 लोगों की जान चली गई थी और 130 लोग घायल हुए थे.
पूरे देश को दहलाने की साजिश
दोषी करार दिए गए पांच आतंकियों को सोमवार को सजा सुनाई जाएगी. राष्ट्रीय जांच एजेंसी प्रमुख शरद कुमार ने कहा कि यह बहुत लंबी जांच प्रक्रिया थी. लेकिन, यह पहली बार है कि आईएम से जुड़े लोग दोषी पाए गए हैं. उनकी पूरे देश को दहलाने की योजना थी.
एनआईए ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि इंडियन मुजाहिद्दीन भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश थी. इन दो भयानक बम विस्फोटों से पहले इन पांच दोषियों ने हैदराबाद के आसपास पहाड़ी पर टेस्ट ब्लास्ट किया था. उन्होंने कथित तौर पर विस्फोट की योजना बनाने के लिए चैटिंग करने के लिए प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल भी किया था.