नई दिल्ली. जांबाज अधिकारी और मुंबई आतंकी विरोधी दस्ते के प्रमुख रह चुके हेमंत करकरे का आज जन्मदिन है. उनका जन्म 12 दिसंबर 1954 को हुआ था. वे 1982 बैच के आईपीएस अधिकारी थे . बाद में वे महाराष्ट्र के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर बने उसके बाद उन्हें मुंबई एटीएस प्रमुख बनाया गया. उन्होने नागपुर के विश्वेश्वर रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजिनियरिंग की डिग्री ली थी.
26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकी हमले में आतंकियों का सामना करते हुए शहीद हुए करकरे ने बहुत बहादुरी से आतंकियों की गोलीबारी का सामना किया. उनकी बहादुरी के लिए उन्हें 26 जनवरी 2009 को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया.
कसाब को पकड़ा था
मुंबई हमले की खबर हेमंत करकरे को जैसे ही मिली वे तुरंत आतंकवादियों का मुकाबला करने के लिए निकल पड़े. करकरे के वहां पहुंचते ही आतंकी चारो तरफ से फायरिंग करने लगे. इसी वक्त एक आतंकी के कंधे पर एक गोली लगी और वह घायल हो गया करकरे ने तुरंत उसे पकड़ लिया, वही आतंकी कसाब था. आतंकियों की जवाबी फायरिंग में तीन गोलियां इस बहादुर अधिकारी के सीने में लगीं और वे शहीद हो गए.
विवादों में भी रहे
करकरे ने ही 8 सितंबर 2006 को हुए मालेगावं ब्लास्ट की जांच शुरु की थी. उन्होने ही इस बात का खुलासा किया था कि मालेगांव बम बिस्फोट में जो मोटरसाइकिल इस्तेमाल हुई थी वह साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाम थी. जांच में उनकी चार्जशीट को लेकर भी कई सवाल उठे थे. उनपर आरोपियों को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगा था. उनपर साध्वी प्रज्ञा सहित कई आरोपियों को साजिश के तहत फंसाने का भी आरोप लगा था.