नई दिल्ली. इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने अपने सदस्यों के लिए नोटबंदी पर चुप रहने की अपनी एडवायजरी एक दिन बाद ही वापस ले ली है. जिन सदस्यों के खिलाफ अवैध कामों में शामिल होने की बात सामने आई थी उसकी जांच शुरु कर दी गई है.
बता दें कि ICAI ने शुक्रवार को अडवाइजरी जारी करके अपने सदस्यों से कहा था कि वे नोटबंदी पर सरकार की आलोचना करने से बचें. संस्था ने चेतावनी दी थी की सदस्य किसी भी मंच से नोटबंदी के खिलाफ नकारात्मक बात न करें.
एडवाइजरी में कहा गया था कि यह इस पेशे के लिए गंभीर चिंता का विषय है कि कुछ समाचारों और वीडियो क्लिपिंग में कुछ चार्टर्ड एकाउंटेंट गलत कामों में लिप्त पाए गए हैं. कहा गया था कि सदस्य अपने क्लाइंट्स को सलाह देते समय देश हित को ध्यान में रखें. वे अपने किसी भी लेख में 500 और 1000 के नोट बंद किए जाने के बारे में नकारात्मक राय न दें.
यह एडवाइजरी 6 चार्टर्ड एकाउंटेंट्स(CA) के अवैध कामों में शामिल होने की जानकारी सामने आन के बाद जारी की गई थी. आईसीएआई गलती कर रहे सदस्यों को समझाने का काम कर रही है. संस्था ने नोटबंदी की तारीफ की थी औऱ कहा था कि यह अर्थव्यवस्था के लिए बहुत अच्छा है. संस्था ने कहा था कि सरकार के इस कदम से कालेधन से निपटने में बहुत मदद मिलेगी.
एडवाइजरी में कहा गया था कि यह इस पेशे के लिए गंभीर चिंता का विषय है कि कुछ समाचारों और वीडियो क्लिपिंग में कुछ चार्टर्ड एकाउंटेंट गलत कामों में लिप्त पाए गए हैं.