नई दिल्ली: भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने एक कार्यक्रम में कहा कि दोनों देशों के बीच कई गंभीर मुद्दे हैं, जिन पर बात होनी चाहिए. हम उनसे नहीं भाग सकते. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच पिछले सत्तर साल से स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है और वह भारत के साथ स्थायी शत्रुता के साथ नहीं रहना चाहता है.
बासित ने कहा कि दोनों पड़ोसियों के लिए अब समय आ गया है कि वह इस यथास्थिति के साथ रहना चाहते हैं या नई शुरूआत करना चाहते हैं. पाकिस्तान बिना किसी शर्त के भारत के साथ बातचीत के लिए तैयार है लेकिन भारत को भी तैयार होना पड़ेगा. हमारा रुख सकारात्मक है लेकिन इसके लिए भारत को आगे आना होगा.
बासित ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूद समस्याओं से इनकार नहीं किया जा सकता है. दोनों देश आगे बढ़ें और एशिया में हो रही समस्याओं के लिए हर कदम साथ रहें. हम इन समस्याओं को अनदेखी भी नहीं कर सकते. इन मुद्दों पर व्यापक तरीके से बातचीत के लिए उनकी पाक सरकार तैयार है, लेकिन दोनों देशो के बीच इन समस्याओं के लिए भारत को भी तैयार होना पड़ेगा.
बता दें कि इस साल जनवरी में पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ये कहते हुए दोनों देशों के बीच किसी भी तरह बातचीत पर रोक लगा दी कि पाकिस्तान पहले अपनी जमीन पर बसे आतंकियों के खिलाफ एक्शन ले. हालांकि भारत के इस रैवये को देखते हुए शुरुआत में पाकिस्तान की तरफ से एक्शन लेने की बात कही गई लेकिन धीरे-धीरे वो पीछे हटना शुरू हो गया. बीते सितंबर में जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में आर्मी कैंप पर हुए आतंकवादी हमले और फिर भारत की तरफ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से दोनों देशों के बीच रिश्तों में और खटास आ गई.