नई दिल्ली: कालेधन और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले के एक महीना पूरा होने पर विपक्ष का काला दिवस मनाने को लेकर केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने जोरदार हमला बोला है. नायडू ने कहा कि विपक्ष सरकार का जवाब सुनना नहीं चाहता. हम संसद में जवाब देने के लिए खड़े हो रहे हैं तो सदन की कार्यवाही में बाधा डाली जा रही है. इस तरह संसद का कामकाज कैसे चलेगा.
काला दिवस नहीं काले धन का समर्थन दिवस मनाया
नायडू ने कहा कि मुझे बताया गया कि पूरा विपक्ष खासतौर पर कांग्रेस काला दिवस मना रहे हैं. मैं आपको बताना चाहूंगा कि ये काला दिवस नहीं काले धन के समर्थन का दिवस है. पीएम मोदी द्वारा लिए नोटबंदी के फैसले की देश-विदेशों से सराहना मिली है. मुझे यह समझ में नहीं आ रहा है कि कुछ लोग काला दिवस क्यों मना रहे हैं.
गांधी जी का अपमान कर रही है कांग्रेस
उन्होंने कहा कि कांग्रेस संसद में गांधीजी की प्रतिमा के सामने एकत्रित हो रही है लेकिन महात्मा गांधी की भावना से दूर हो रही है. संसद में कामकाज नहीं होने देना लोकतंत्र की अवमानना है और गांधी जी इससे बहुत दुखी हो रहे होंगे. प्रतिमा के समक्ष विपक्षी दलों का धरना प्रदर्शन एक बड़ा तमाशा है और यह राष्ट्रपिता का अपमान भी.
क्या कहा गुलाम नबी आजाद ने ?
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि नोटबंदी की वजह से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. हम उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहते थे लेकिन सरकार ने हमें ऐसा नहीं करने दिया. आज नोटबैन लागू हुए एक महीने हो गया है इसलिए हम नारे नहीं लगाऐ बल्कि गांधी प्रतिमा के सामने मौन रहकर काला दिवस मनाया. इस फैसले के बाद कई लोगों को परेशानी हुई है.
मायावती ने क्या कहा ?
मायावती ने कहा कि सही मायने में देखा जाए तो 90 फीसदी जनता के लिए काला दिन 8 नवंबर से ही शुरू हो गया था, उनके लिए एक पूरा महीना काला दिन के रुप में लगा है. नोटबंदी को लेकर विपक्ष का कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है, देश के 90 फीसदी जनता के हित को ध्यान में रखकर काला दिवस मनाया है.
राहुल गांधी ने क्या कहा ?
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि नोटबंदी का फैसला साहसिक नहीं मूर्खतापूर्ण है. लोकसभा में मुझे बोलने दिया जाए तो मैं सब बता दूंगा कि पेटीएम दरअसल ‘पे टु पीएम’ है, कैशलेस होने पर इससे कुछ खास लोगों को ही फायदा होगा, क्योंकि वे हर लेन-देन में कमिशन लेंगे. नोटबंदी से किसान और गरीब बर्बाद हो गया है, इस आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ लोगों की वजह से पूरे भारत को पीएम मोदी ने लाइन में लगा दिया है.
नोटबंदी के फैसले को पूरा हुआ एक महीना
नोटबंदी का आज 30वां दिन है और इसी के साथ ही इस फैसले को लागू हुए पूरे एक महीने हो गए हैं, लेकिन 30 दिनों के बाद भी जनता को होने वाली कैश की समस्या में कोई कमी नहीं हुई है. जनता को लगातार कैश की कमी हो रही है.