नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नोटबंदी के बाद रेपो रेट ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है वहीं रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के 5.75 फीसदी ही रहेगी. मंहगाई दर पांच फीसदी रहने का अनुमान जताया है. विकास दर 7.1 फीसदी रही है, पहले 7.6 फीसदी रहने का अनुमान था. RBI ने पॉलिसी रेपो रेट में बदलाव न करने का फैसला किया है. यह पहले की तरह 6.25 फीसदी ही रहेगा.
RBI ने कहा है कि साल 2016-17 में जीडीपी ग्रोथ 7.1 फीसदी रहने का अनुमान है. इसके साथ ही इस बात का अनुमान किया गया है कि साल 2017 में महंगाई की दर 5 फीसदी तक रहेगी. वहीं मौजूदा साल में विकास दर 7.6 फीसदी रहने की उम्मीद है. नोटबंदी का फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया गया, इससे होने वाली परेशानी का अंदाजा मोदी सरकार और RBI को था.
जनता को कम परेशानी उठानी पड़े इसके लिए बड़ी मात्रा में नए नोटों को छापा जा रहा हैं. 7वें वेतन आयोग में बढ़ाया गया वेतन मंहगाई को घटने वाल नहीं है. माना जा रहा था कि नोटबंदी के बाद मंहगाई कम होगी लेकिन ऐसा कोई भी फैसला RBI की तरफ से नहीं आया है. आप जो ईमआई देते हैं उसमें भी कोई बदलाव नहीं किया गया है.
रिजर्व बैंक का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2017 में महंगाई की आउटलुक में सुधार की उम्मीद है. खाने-पीने की चीजें सस्ती करने के लिए सरकार ने दखल दिया है. केंद्रीय बैंकों ने भरोसा दिया है कि 18 फीसद जीएसटी टैक्स का महंगाई पर बहुत थोड़ा असर पड़ेगा. बेहतर मानसून की वजह से इस साल ग्रोथ रेट अच्छी रहेगी. बता दें कि मौद्रिक नीति की समीक्षा करने वाली समिति में शामिल सभी सदस्य रेट कट के पक्ष में थे. इसके साथ ही आरबीआई की ओर से लिक्विडिटी समीक्षा की बात कही.