नई दिल्ली. रिजर्व बैंक आज दोपहर 2 बजकर 30 मिनट पर मौद्रिक समीक्षा पेश करेगा. नोटबंदी के फैसले के बाद यह पहली समीक्षा होगी. माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कटौती का ऐलान कर सकता है.
क्योंकि इसकी के पीछे एक वजह यह भी है कि 500 और 1000 के नोटों पर अचानक की गई बंदी के बाद से पूरी इकोनॉमी पर इसका बुरा असर देखा जा रहा है. वहीं दूसरा सकारात्मक असर यह है कि अब बैंकों के पास काफी रुपया पहुंच गया है.
इस लिहाज से इस बात कि अब पूरी उम्मीद है कि दरों में कटौती निश्चित तौर पर की जाएगी. लेकिन कितनी की जाएगी यह अब बहस का मुद्दा है. कुछ लोगों का कहना है कि आरबीआई 25-50 बेस प्वाइंट की कटौती कर सकता है.
जितनी ज्यादा कटौती की जाएगी उसका फायदा बैंकों के ग्राहकों को होगा. आपको बता दें कि अगर बैंक कम से कम 25 बेस प्वाइंट की कटौती करता है तो रेपो रेट 6 फीसदी हो जाएगा.
क्यों जरूरी है ब्याज दरों में कमी
1- नोटबंदी के बाद से ऑटो सेक्टर, सेवा क्षेत्र में काफी मंदी आ गई है.
2- नोटबंदी से कई फर्मों ने विकास दर को घटा दिया है. आरबीआई की ओर से ग्रोथ के अनुमान पर भी नजर रहेगी.
3- रेपो रेट में कटौती होती है तो यह आम जनता और ग्राहकों के लिए अच्छा होगा.
4- अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद के लिए चुने के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था पर काफी दबाव है. ऐसा ट्रंप की नीतियों पर पूर्वानुमान की वजह से है.