अम्मा के जाने के बाद बेशक पूरा देश ग़मगीन हो लेकिन पिछले दो महीने से अस्पताल में इलाज के दौरान रहते हुए उनके पास कोई भी परिवार का करीबी सदस्य नहीं था. हालांकि उनके भाई की बेटी दीपा ने अस्पताल में उनसे मिलने की कोशश की थी लेकिन पुलिस ने उन्हें जयललिता से मिलने नहीं दिया.
चेन्नई: अम्मा के जाने के बाद बेशक पूरा देश ग़मगीन हो लेकिन पिछले दो महीने से अस्पताल में इलाज के दौरान रहते हुए उनके पास कोई भी परिवार का करीबी सदस्य नहीं था. हालांकि उनके भाई की बेटी दीपा ने अस्पताल में उनसे मिलने की कोशश की थी लेकिन पुलिस ने उन्हें जयललिता से मिलने नहीं दिया.
ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसी क्या वजह है जिसने अम्मा को उनके करीबियों से दूर कर दिया था. बात करें उस समय की जब 2014 में अम्मा जेल से बाहर आई थीं तो दीपा और उनके पति माधवन ने उनसे मिलने की कोशिश की थी. दीपा और उनके पति माधवन बारिश में समर्थकों के बीच उनसे मिलने के लिए खड़े थे और दोनों ने ही काफी देर इंतज़ार भी किया लेकिन मिल नहीं पाए.
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इस बारे में दीपा ने बताया था कि ‘उन तक पहुंचने और बात करने में कई बाधाएं थीं और मुझे नहीं पता इतनी रूकावटें कैसे आ गर्इं.’ जयललिता के जीवन का शुरूआती और एक बड़ा हिस्सा ननिहाल में बीता था. वह अपने मामा की लाडली थी. जिन्हें वह चीनी मामा बुलाती थीं. उनकी मां की बड़ी बहन विद्यावती बेंगलुरु में निशक्तों के लिए स्कूल चलती थीं.
बताया जाता है कि सितंबर 1995 में दत्तक बेटे वीएन सुधाकरन की शाही शादी के बाद उनके परिवार से रिश्ते खराब हो गए थे. उनकी बेटियां अमिता और जयंती ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में रहती हैं.
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जयललिता अपने भाई की बेटी दीपा की शादी में भी नहीं पहुंची थी. दीपा के पिता यानी कि जयललिता के भाई के निधन पर वह पहुंची थी लेकिन दीपा की मां के निधन पर जयललिता नहीं पहुंची थी. दीपा बताती है कि ‘मैंने रिश्ते बनाये रखने की पूरी कोशिश की लेकिन शायद अम्मा को कभी समय नहीं मिला.’