चेन्नई: सोमवार रात 11.30 बजे जे. जयललिता का निधन हो गया. 75 दिन बीमारी से संघर्ष करने के बाद बीती रात अम्मा इस दुनिया में नहीं रहीं. रविवार को कार्डिएक अरेस्ट के चलते उन्हें अपोलो हाॅस्पिटल में एडिमट कराया गया था.
उन्हें फेफड़ों के इंफेक्शन की भी शिकायत थी. जिसका इलाज पिछले 75 दिनों से चल रहा था. इसके बाद रात डेढ़ बजे के करीब पन्नीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद की शपथ थी. पन्नीरसेल्वम के साथ कुल 31 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. जयललिता के मुख्यमंत्री रहते फाइनेंस मिनिस्टर रहे पन्नीरसेल्वम की जेब में मुख्यमंत्री की शपथ के समय उनकी तस्वीर मौजूद थी.
मंगलवार सुबह पांच बजे से राजाजी हॉल में जया का पार्थिव शरीर रखा गया है. जनता यहां उनके अंतिम दर्शन कर सकती हैं. इस से पहले रविवार शाम को ही AIADMK ने एलान किया था कि जयललिता पूरी तरह रिकवर हो चुकी हैं लेकिन कुछ ही घंटों बाद उन्हें कार्डिएक अरेस्ट आया. इसके बाद करीब 26 तक उनकी सेहत को लेकर तरह तरह की खबरें आती रहीं और चेन्नई के अपोलो अस्पताल के आगे समर्थकों का हुज़ूम जुटा रहा.
इसके बाद रात को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर जयललिता के निधन पर शोक जताया. अपने ट्वीट में पीएम ने कहा कि ‘सेल्वी जयललिता के निधन से गहरा धक्का लगा है. उनके निधन से भारत की राजनीति में शून्य पैदा हो गया है. लोगों से उनका जुड़ाव, गरीबों और हाशिए पर मौजूद लोगों के कल्याण को लेकर उनकी चिंता हमेशा प्रेरणा का स्रोत रहेगी.
आज शाम 4.30 बजे जयललिता का अंतिम संस्कार किया जाएगा. यहां प्रधानमंत्री मोदी के साथ साथ अन्य बड़े नेता भी पहुंचेंगे.
हुई थी एंजियोप्लास्टि
बता दें कि जयललिता की सोमवार तड़के एंजियोप्लास्टी की गई थी. दिल के दौरे की खबर आने के बाद से ही अस्पताल के बाहर समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है. भीड़ को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है.
दो महीने रहीं ICU में
इससे पहले 68 वर्षीय जयललिता को 22 सितंबर को बीमार हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वो लगभग दो महीने आईसीयू में रही थीं.