चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को दिल का दौरा पड़ने के बाद से उनके उत्तराधिकारी को लेकर पार्टी में कवायद शुरू हो गई है. उनके उत्तराधिकारी को लेकर कई नाम चर्चा में हैं.
हालांकि, इन नामों में सबसे आगे ओ. पन्नीरसेलवम हैं. ये खबरें भी आई हैं कि पन्नीरसेलवम को उनका उत्तराधिकारी घोषित करने के लिए विधायकों से एफिडेविट साइन करने को कहा गया है. हालांकि, फिर भी और कौन से नेता इस दौड़ में शामिल हैं, उनके बारे में हम यहां बता रहे हैं :
ओ. पन्नीरसेलवम
पन्नीरसेल्वम की पहचान जयललिता के ‘भक्त’ के रूप में है. जयललिता की गैरमौजूदगी में पन्नीरसेल्वम ही कैबिनेट मीटिंग की अध्यक्षता करते थे. दो बार मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
पानरुति रामचंद्रन
78 साल के रामचंद्रन ने 2013 में सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया था. इन्हें जयललिता के ‘कान’ के रूप में भी जाना जाता है.
के पलानीस्वामी
पेशे से इंजीनियर पलानीस्वामी सरकार के शक्तिशाली मंत्रियों में से एक हैं. 57 साल के पलानीस्वामी ताकतवर गौंडार समुदाय से ताल्लकु रखते हैं.
मा फोई पांडियाराजन
अन्नाद्रमुक के उभरते सितारे पांडियाराजन मैनेजमेंट सलाहकार रह चुके हैं. 57 साल के पांडियाराजन सदन में अंग्रेजी बोलने वाले चुनिंदा विधायकों में से एक हैं.
अजित कुमार
दक्षिण भारतीय अभिनेता अजित कुमार जयललिता के बेहद करीबी थे. अजित को लेकर सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि उन्हें सियासत का कोई अनुभव नहीं है.