चेन्नई. तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. थो़ड़ी ही देर पहले उनके निधन की भी अफवाह उड़ी थी और एआईएडीएमके मुख्यालय का झंडा भी झुका दिया गया था. उसके बाद से उनके समर्थकों ने अस्पताल के बाहर हंगामा शुरू कर दिया.
हालांकि अपोलो अस्पताल की ओर से बयान जारी किया गया है कि उनकी हालत अभी नाजुक बनी हुई है और उनका एक्सपर्ट डॉक्टर इलाज कर रहे हैं.
फिल्मी से सियासी सफर तक की 21 बातें
1. जयललिता तमिलनाडु की दूसरी ऐसी महिला हैं जो राज्य की मुख्यमंत्री बनीं.
2. राजनीति में आने से पहले उन्होंने तमिल, तेलुगू, कन्नड़, हिंदी और एक अंग्रेजी फिल्म में भी काम किया। उन्होंने तकरीबन 300 फिल्मों में काम किया.
3. स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्होंने ‘एपिसल’ नाम की अंग्रेजी फिल्म में काम किया.
4. जयललिता महज 15 वर्ष की उम्र में कन्नड़ फिल्मों में मुख्यग अभिनेत्री की भूमिकाएं करने लगी थीं.
5. जयललिता दक्षिण भारत की पहली ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने स्कर्ट पहनकर फिल्मों में काम किया.
6. साल 1965 से 1972 के दौरान उन्होंने ज्यादातर फिल्में एमजी रामचंद्रन के साथ की.
7. 1982 में एमजी रामचंद्रन के साथ ही उन्होंने सियासी सफर की शुरुआत की. तब से वे 6 बार सूबे की मुख्यमंत्री बनी.
8. 1984 से 1989 के दौरान वे तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद भी रहीं. राज्यसभा से सांसद बनाए जाने के लिए मुख्य वजह उनकी अंग्रेजी में वाकपटुता थी.
9. साल 1987 में रामचंद्रन का निधन हो गय. तब उन्होंने खुद को रामचंद्रन की विरासत का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया.
10. जयललिता का सियासी सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा है. वे पहली दफा जून 1991 से मई 1996 तक राज्य की पहली चुनी और सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री बनीं.
11. अप्रैल 2011 में उन्होंने 11 दलों के गठबंधन से बहुमत हासिल कर तीसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभाला. तब से वे तमिलनाडु की मुख्यमंत्री हैं.
12. दिग्गज राजनीतिज्ञ होने के कारण जयललिता के समर्थक उन्हें ‘अम्मा’ (मां) कहते हैं. राज्य में उन्हें ‘पुरातची तलाईवी’ भी कहकर बुलाया जाता है, जिसका मतलब ‘क्रांतिकारी नेता’ होता है.
13. 1997 में जयललिता के जीवन पर एक तमिल फिल्म ‘इरूवर’ आई. इसमें जयललिता की भूमिका ऐश्वर्या राय ने निभाई थी.
14. सियासत में आने के बाद उन्होंने कई दफा जनहितैषी और कड़े फैसले भी लिए. जिनके कारण वे विवादों में छाई रहीं.
15. 1992 में उनकी सरकार ने सूबे में लड़कियों सुरक्षा के लिए ‘क्रैडल बेबी स्कीम’ शुरू की. इस स्कीम का मकसद अनाथ और बेसहारा लड़कियों को खुशहाल जीवन देना था. जयललिता ने राज्य में ऐसे पुलिस थाने खुलवाए, जहां केवल महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती होती थी.
16. जयललिता ने कभी शादी नहीं की लेकिन अपने दत्तक पुत्र ‘वीएन सुधाकरण’ की शादी पर उन्होंने पानी की तरह पैसा बहाया। इस पर उनकी घोर अलोचना हुई.
17. दोबारा सत्ता में आने के बाद उन्होंने लॉटरी टिकट पर पाबंदी लगा दी थी. उन्होंने दो लाख हड़ताली कर्मचारियों को एक साथ नौकरी से निकाल दिया था. यही नहीं, उन्होंने किसानों की मुफ्त बिजली पर रोक लगाई, राशन की दुकानों पर मिलने वाले चावल के दाम बढ़ाए.
18. जयललिता ने 5000 रुपये से ज्यादा आय वाले लोगों के राशन कार्ड खारिज करवा दिए थे.
19. सबसे ज्यादा उनको आलोचना तब झेलनी पड़ी जब उन्होंने मंदिरों में जानवरों की बलि पर रोक लगाई.
20. एक बार भ्रष्टाचार के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जयललिता की नियुक्ति को अवैध तक घोषित करार दिया और तब उन्हें अपनी कुर्सी अपने करीबी मंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को सौंपनी पड़ी थी.
21. साल2000 में मद्रास हाईकोर्ट से कुछ आरोपों से राहत मिलने के बाद उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली. 2004 के लोकसभा चुनाव में हारने के बाद उन्होंने पशुबलि की अनुमति दे दी और किसानों की मुफ्त बिजली भी बहाल कर दी. भ्रष्टाचार के आरोपों में 2016 में भी उन्हें कोर्ट की कार्यवाही से गुजरना पड़ा, उन्हें जेल भी जाना पड़ा, लेकिन जेल से वापस आकर उन्होंने एकबार फिर कमान संभाली.