नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि सीएम जयललिता खतरे से बाहर हैं और हम तमिलनाडु सरकार और हॉस्पिटल के लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने कहा है कि AIIMS की एक टीम सोमवार को दिल्ली से चैन्नई जाएगी. उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम-ईसीएमओ पर रखा गया है. जयललिता को 74 दिनों में दूसरी बाद दिल का दौरा पड़ा है. वो कुछ महीनों से चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में एडमिट हैं.
CRPF को तैयार रहने के लिए कहा गया
जयललिता के समर्थक अपोलो हॉस्पिटल के बाहर परेशान खड़े हैं और बदहवास होकर रो रहे हैं. अपोलो के बाहर लोगों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के 200 जवान तैनात किए गए हैं. तमिलनाडु में हालात गंभीर होते देख CRPF को तैयार रहने के लिए कह दिया गया है और साथ ही तमिलनाडु के लिए कर्नाटक बस सेवा रोक दी गई है.
पुलिस बल को किया तैनात
हॉस्पिटल के बाहर जयललिता के समर्थक ठीक होने की मन्नते मांग रहे हैं. वहीं जयललिता के इलाज के लिए दिल्ली से डॉक्टर्स की एक टीम भी चेन्नई रवाना हो गई है. हॉस्पिटल के इर्द-गिर्द भारी पुलिस बंदोबस्त किया गया है. हालात से निपटने के लिए अस्पताल के आसपास बैरिकेड भी लगाए गए हैं और पास की सड़कों पर पुलिस की मौजूदगी है.
सभी वरिष्ठ मंत्री हॉस्पिटल में मौजूद
अपोलो हॉस्पिटल ने प्रेस रिलीज जारी करके रविवार को जयललिता को दिल का दौरा पड़ने की जानकारी दी थी. हॉस्पिटल ने जानकारी दी है कि लंदन से डॉ. रिचर्ड बीयले से सलाह ली गई है और उन्होंने हमारे हृदय रोग विशेषज्ञों और पल्मोनोलॉजिस्ट्स के उपचार की दिशा से सहमति जताई. वहीं तमिलनाडु सरकार के सभी वरिष्ठ मंत्री इस वक्त हॉस्पिटल में मौजूद हैं.
दो महीने रहीं ICU में
इससे पहले जयललिता को 22 सितंबर को बीमार हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वो लगभग दो महीने आईसीयू में रही थीं. फिलहाल उनकी तबीयत के बारे में पार्टी के नेता कुछ नहीं बोल रहे हैं. जयललिता को दिल का दौरा पड़ने की खबर के बाद तमिलनाडु के राज्यपाल चेन्नई लौट रहे हैं. बता दें कि जयललिता की तबीयत को लेकर लंबे समय से संदेह की स्थिति बनी हुई है.