अमृतसर: ‘हार्ट ऑफ एशिया’ सम्मेलन में अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने जहां भारत की मदद और दोस्ती की तारिफ बार-बार की, वहीं पाकिस्तानी के विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज की मौजूदगी में पाक को जमकर लताड़ा. गनी ने कहा कि पाकिस्तानी के साथ द्विपक्षीय संपर्क के वाबजूद पाकिस्तानी सेना आतंकियों को मदद कर रही है. अफगानिस्तान में आतंकवाद एक महीने में खत्म हो जाए अगर उसे पाकिस्तानी सरंक्षण ना मिले.
‘भारत के लोगों को शुक्रिया’
राष्ट्रपति गनी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि खूबसूरत शहर अमृतसर में सम्मेलन का आयोजन करने के लिए मैं भारत के लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं. आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरते गुए राष्ट्रपति गनी ने कहा कि पाकिस्तान 5 मिलियन डॉलर की मदद कर रहा है, श्रीमान सरताज अजीज यह रकन आतंकियों से निपटने में इस्तेमाल किया जा सकता क्योंकि बिना शांति के अफगानिस्तान में कोई विकास नहीं हो पाएगा.
‘अपने पैसे से आतंकवाद को खत्म करे पाकिस्तान’
सबसे अहम बात जो अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने कही और जो पाकिस्तान को बहुत बुरी लगी होगी, उन्होंने कहा कि आप हमें मदद ना करो, उस पैसे को आतंकवाद के खात्मे के लिए इस्तेमाल करें. अब वक्त आ गया है कि हमें सरहद पार से होने वाले आतंकवाद को पहचानना होगा और उसे समझना होगा. हमें साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ने के लिए फंड बनाना होगा.
‘पाकिस्तान की धरती आतंकवाद को निर्यात करती है’
गनी ने कहा कि हम किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहते, लेकिन हम खासतौर पर अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान से यह कहना चाहते हैं कि वह सही से जांच करे कि सच में उसकी जमीन का इस्तेमाल सरहद पार आतंकवाद निर्यात करने के लिए होता है या फिर नहीं. राष्ट्रपति गनी ने कहा कि भारत, अफगानिस्तान और ईरान को जुड़े रहने के लिए चाबाहर प्रॉजेक्ट बहुत महत्वपूर्ण है.
‘भारत ने हमारी बहुत मदद की’
अशरफ गनी ने कहा कि कार्गो एयर कॉरिडोर जल्द से जल्द शुरू होगा, जो अफगानों के लिए बाजार के नए रास्ते खोलेगा. भारत के साथ द्विपक्षीय समझौता हमारे लिए महत्वपूर्ण है. अशरफ गनी ने PM मोदी के लिए कहा कि आपके शब्दों ने अफगान के लोगों को दो राष्ट्रों के बीच की दोस्ती, ऐतिहासिक रिश्तों का भरोसा दिलाया है. इंडो-अफगान समझौते सशक्त हैं और भारत ने बिना शर्त के हमारा समर्थन किया है. डॉ. अशरफ गनी ने आर्थिक मदद के लिए भारत का शुक्रिया कहा है.