हुगली : कालेधन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद से ही एटीएम और बैंकों के सामने कैश के लिए लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुईं हैं. इन्हीं लाइनों में खड़े कई व्यक्तियों की तो मौत तक हो चुकी है. किसी की अचानक चक्कर आने से तो किसी की हार्ट अटैक आने से मौत हुई.
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में भी ऐसी ही एक घटना सामने आई है. जहां एटीएम की लाइन में लगे एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो गई और लाइन में लगे लोगों में से किसी ने भी मदद के लिए आगे आना जरूरी नहीं समझा.
राज्य सरकार के कर्मचारी कल्लोल रॉयचौधरी शनिवार की सुबह हुगली जिले के बंदेल स्टेशन के पास एसबीआई एटीएम की लाइन में लगे हुए थे. लाइन में लगने के बीस मिनट बाद ही उनकी तबियत बिगड़ गई और वह गिर पड़े.
56 साल के कल्लोल पूरे तीस मिनट तक बेहोश पड़े रहे, लेकिन लाइन में लगे किसी भी व्यक्ति ने उनकी मदद नहीं की. कोई भी व्यक्ति सिर्फ इस डर से कि लाइन से हटने की वजह से उनका नंबर जा सकता है सामने नहीं आया.
थोड़ी देर बाद एटीएम के एक गार्ड ने जब देखा कि कल्लोल बेहोश पड़े हैं और उनके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही है तो उसने डॉक्टर को बुलाया, जिसके बाद कल्लोल को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया
सीएम ममता ने कहा- यह दुर्भाग्यपूर्ण
घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर इस घटना पर अपनी नाराजगी जताई. उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहते हुए ट्वीट किया, ‘दुर्भाग्यपूर्ण, मौतों का सिलसिला जारी है. आज सुबह कल्लोल रॉय चौधरी एसबीआई एटीएम के सामने मर गए. उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. क्या मोदी बाबू को दिखाई पड़ रहा है.’
डेरेक ओ-ब्रायन ने पेश की लिस्ट
टीएमसी नेता डेरेक ओ-ब्रायन ने ट्वीट कर कहा है कि नोटबंदी के बाद से बैंक और एटीएम की लाइन में लगे कम से कम 86 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही उन्होंने राज्य अनुसार मरने वालों की लिस्ट भी ट्वीट की.