स्वदेशी तकनीक से बने पहले फाइटर जेट तेजस को नौसेना ने किया रिजेक्ट

इंडियन नेवी ने पूरी तरह से भारत में बने फाइटर जेट तेजस के नेवी वर्जन को रिजेक्ट कर दिया हैं. इस रिजेक्शन की वजह तेजस का मानक से अधिक वजन बताया गया हैं.

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स्वदेशी तकनीक से बने पहले फाइटर जेट तेजस को नौसेना ने किया रिजेक्ट

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  • December 3, 2016 12:23 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: इंडियन नेवी ने पूरी तरह से भारत में बने फाइटर जेट तेजस के नेवी वर्जन को रिजेक्ट कर दिया हैं. इस रिजेक्शन की वजह तेजस का मानक से अधिक वजन बताया गया हैं.
 
एक न्यूज़ एजेंसी के अनुसार नेवी चीफ एडमिरल सुनील लांबा ने बताया है,’सिंगल इंजन वाला तेजस फुल टैंक फ्यूल भरने और हथियारों से लैस होने के बाद काफी भारी हो जाता है. ऐसे में, एयरक्राफ्ट कैरियर से इसके टेक ऑफ और लैंडिंग में दिक्कत आती है.’
 
अब नेवी ने इसके विकल्प तलाशने शुरू कर दिए हैं. एडमिरल लाम्बा ने कहा,’ फिलहाल, नेवी ऐसे एयरक्राफ्ट की पहचान करने में लगी है जो ऑपरेशन में खरा उतरे’. 
 
गौरतलब है कि तेजस को इसी साल एयरफोर्स में शामिल किया गया है. स्वदेशी तकनीक से बनाया गया ये देश का पहला फाइटर जेट हैं. इसकी मैक्सिमम स्पीड 2205 किलोमीटर/घंटे है.
 
इसका कुल वजन 6500 किलोग्राम है और लंबाई 13 मीटर है. ये फाइटर जेट 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. अनुसन्धान से लेकर इसे बनाने तक कुल 7 हजार करोड़ रुपए की राशि खर्च हुई हैं.
 

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