नई दिल्ली : जाने-माने कवि और राज्यसभा सांसद बेकल उत्साही का आज दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया. उन्हें कुछ दिनों पहले ब्रेन हैमरेज के कारण अस्पताल में एडमिट कराया गया था.
88 साल के बेकल को आईसीयू में रखा गया था. उनका आज ही सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर निधन हो गया. बेकल उत्साही को कल दोपहर नमाज के बाद उनके पैतृक स्थान यूपी के बलरामपुर में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा.
बेकल उत्साही का जन्म जून 1928 में बलरामपुर में हुआ था. उनका असली नाम शफी खान था. बेकल ने ऊर्दू भाषा के साथ-साथ हिंदी भाषा को भी खास सम्मान दिया था. अपनी शेरों शायरियों में ऊर्दू-हिंदी के साथ क्षेत्रिय भाषाओं के मिश्रण ने बेकल को काफी शोहरत दी. उनकी रचनाओं को दर्शकों ने खासा पसंद किया.
साहित्यिक सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए बेकल को साल 1976 में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा उन्हें यूपी सरकार ने यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया है. बेकल को कांग्रेस ने साल 1986 में राज्यसभा सांसद बनाया था.