21वीं सदी के भारत में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं, कैश लेन-देन से बढ़ा कालाधन: PM मोदी

कालेधन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद भारत में ज्यादातर लोगों ने कैशलेस ट्रांजेक्शन की तरफ रुख कर लिया है. पीएम मोदी ने कैशलेस ट्रांजेक्शन का महत्व बताते हुए नगदी को कालेधन का सबसे बड़ा स्त्रोत बताया है.

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21वीं सदी के भारत में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं, कैश लेन-देन से बढ़ा कालाधन: PM मोदी

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  • December 2, 2016 9:09 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : कालेधन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद भारत में ज्यादातर लोगों ने कैशलेस ट्रांजेक्शन की तरफ रुख कर लिया है. पीएम मोदी ने कैशलेस ट्रांजेक्शन का महत्व बताते हुए नगदी को कालेधन का सबसे बड़ा स्त्रोत बताया है. 
 
पीएम मोदी ने नकदी लेन-देन को कालेधन और भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा जरिया बताते हुए लिंक्डइन डॉट कॉम पर एक लेख पोस्ट किया है. उन्होंने लिखा है, ’21वीं सदी के भारत में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है, नगदी लेन-देन ही कालेधन का सबसे बड़ा स्त्रोत है.’
 
इसके साथ ही पीएम ने कैशलेस ट्रांजेक्शन को बदलाव की नई राह बताते हुए सभी से उस दिशा में चलने की अपील की है. इसके साथ ही उन्होंने 8 नवंबर को 500 और 1000 के नोट पर बैन लगाने के फैसले को ऐतिहासिक फैसले का संदर्भ देते हुए कहा है कि अर्थव्यवस्था में ज्यादा मात्रा में नगदी की उपस्थिति से ही कालेधन और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला.
 
युवाओं से की अपील
मोदी ने कहा कि वे खासकर युवाओं से अपील करते हैं कि वह नगदीरहित लेनदेन की तरफ आगे बढ़ें और साथ में दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें, क्योंकि इससे एक मजबूत भारत की नींव तैयार होगी और भ्रष्टाचार, कालेधन के लिए कोई जगह ही नहीं बचेगी.
 
बता दें कि जब से नोटबंदी का फैसला लागू हुआ है, देश की जनता ने कैशलेस ट्रांजेक्शन यानी की ऑनलाइन पेमेंट को ट्रांजेक्शन का जरिया बना लिया है. नोटबंदी के बाद से ही पेटीएम और कार्ड से पेमेंट करना ज्यादा बढ़ गया है. लोगों ने ऑनलाइन शॉपिंग, ई-बैंकिंग की तरफ रुख करना शुरू कर दिया है.
 

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